Text Reviews

These are some text messages received from viewers & readers. Seekers all over the world send their thoughts in audio, video & text forms.

गुरुजी को सप्रेम नमस्कार,
आपने शिव विवाह के उदाहरण से जो मैसेज दिए है वो आंखें खोलने वाला है। सच में हम कई बार व्यर्थ के आडंबर में फंस कर अपनी वित्तीय स्थिति को खराब कर लेते है। वाकई में तुलसीदास जी अपनी कृति में मोती छुपा कर रखे है, बस जिन्हे ग्रहण के लिए गहरा गोता लगाने की जरूरत है। शिव विवाह के बारे में मैं बचपन से सुनता आ रहा हूं। बचपन में इसे सुनकर हंसता था की कैसे कैसे बरती गए थे। थोड़ा समझदार हुआ तो थोड़ा बुरा लगता था कि हमारे भगवान से अपने विवाह को ऐसा क्यों बना दिया की सब मजाक उड़ाते है। लेकिन आप का व्याख्यान सुनकर जैसे कुछ दिव्या चेतना प्राप्त हुई। सारे भ्रम टूट गए और एक अलग नजरिया प्राप्त हुआ। आप को कोटि कोटि नमन गुरुजी।
आपका शुभेच्छु
राजेश गुप्ता

गुरु जी कृपा करके मेरा audio सुंन लीजिएगा🙏में एक बेचैन माँ हूँ । मेरा मन नहीं मान रहा के मेरा बेटा nahin है 🙏गुरु जी आप किसी को कभी भी भ्रमित नहीं करते इसलिए में सिर्फ़ आपको ही सुनती हूँ॥ सब के प्रवचन सुनने के बाद ही में आपको समझ पायी को आप कितने सच्चे है
धन्यवाद गुरु जी
प्रणाम🙏

हे ईशान महेश जी, आपको मेरा प्रणाम। ढेर सारी बातें लिख रही हु। कृपया चिट्ठी को पड़िए गा। सबसे पहले में आपसे क्षमा मांगती हूं मेरी हिंदी लिखावट में जो सारी गलतियां होगी उसके लिए। प्रभु के कृपा बिना आप जैसे महान मानुष के बातें सुनके शिक्षा ग्रहण करना कभी ना हो पाता।

में बंगाल में रहती हूं। मेरा नाम काजल है और मैं बंगाली हूं। आपके द्वारा लिखी हुई रघुबंशम उपन्यास को पड़ने से पहले मैने कभी भी हिंदी में कोइ पुस्तक पढ़ी नही थी। पर आपके कृपा से मैने रघुबंशम उपन्यास के ८ खंड और कृष्ण रहस्य पुस्तक को पढ़ ली है। आपके पुस्तको को पढ़के जो अनुभूतियां हुई है वो शब्दो में व्यक्त करना संभव नहीं है। परमेश्वर के कृपा से कभी आपसे मिलने का अवसर मिला तो उस मनोदशा को अवश्य व्यक्त करने की प्रयास करुंगी।के

आपके द्वारा तुलसीदास जी के बिनय पत्रिका और रामचरित मानस के प्रत्येक एपिसोड की व्याख्यान को बहत ध्यान से मै और मेरा बेटा श्रवण करते है और उनसे शिक्षा लेते है। आप ना होते तो ये परम सत्य हम कभी ना जान पाते की मोक्ष के लिए बस श्री राम जी का ही भरोसा है। आपसे ही हमे श्री राम जी की भक्ति की प्रसाद मिली है। इसलिए आपको कोटि कोटि प्रणाम।

चिट्ठी में अगर मैने कुछ ऐसा लिखा हो जो मुझे नही लिखना चाहिए था तो कृपया मुझे क्षमा कीजिएगा। कम से कम में लिखने की कोशिश की थी पर चिट्ठी थोड़ी लम्बी हो गई है। इस के लिए में क्षमाप्रार्थी हूं। 🙏

ईशान महेश जी 🙏 आपसे एक और निवेदन करना चाहूंगी की अगर आप कभी कलकत्ता आते हैं तो कृपया सूचित कीजिएगा। कृपया आपके चरण स्पर्श करने की एक अवसर हमे दीजिएगा। आपके चरण स्पर्श कर लिए तो ऐसा लगेगा की हनुमान जी का ही चरणो की स्पर्श मिल गई है।

प्रणाम गुरूजी 🙏
मेरा नाम shyma krishna में केरल से हूँ मुझे हिंदी इतना नहीं आता. फिर भी हिंदी मैं लिकने कोशिश कर रही हुँ. एक महीने से आप के वीडियो समय निकालकर देख रही हूँ. बहुत अच्छा लगता है आप के वीडियो देख ने से. मन को शांति मिल थी है बहुत… आप का एक वीडियो है कृष्णा ये में रोज सोने से पहले देकती हूँ रोज.. रोज़..दो दिन पहले एक दिन रात को देख नहीं पाया ये कृष्णा वीडियो. उस दिन रात को मेने आप को सपनोमें देखा हे गुरूजी 🙏. अच्छे से देखा. 🙏. सपना ये हे गुरूजी. में ने आप का घर में आ गया. तो आप का घर में बहुत सारे मूर्ति यं देखी. फिर आपसे मेने पूछा बैडरूम में bagavan का मूर्ति रेखा सकती हे क्या.. आपने बोली क्यों नहीं.. बाकी सारे answer. आप आज के मन की सवाल में दी गयी.. 🙏🙏..प्रणाम गुरूजी.. मेरा हिंदी बहुत खराब है. पता नहीं आप को समझ मै आएगा की नहीं. प्रणा…. आप को कोड़ी कोड़ी प्रणाम 🙏🙏. राधे कृष्णा.

Pronam! Methinks you are the very personality I search for a long past. I want to meet you, if you have no objection. Please let me know when you are in Delhi and how can you be reached. Hope your kindness will permit to see you for short time. May Bhagwan have a Will to do something good for mankind through your endeavours. So, please do not ignore my humble participation, I want to bestow. Waiting for your reply. With Regards. Kalyanmay Deb.

राम राम जी…..
मैं दिनेश सहगल ..पिछले कई महीनों से आपके द्वारा “रामचरित मानस”व्याख्या सुन रहा हूं..
आपकी जो शैली है उससे बहुत अधिक प्रभावित हूं मैंने सबसे पहले आपका अचानक या गलती से समझ लो एपिसोड 351″सुंदरकाण्ड” का व्याखान सुना अत्यंत हर्षित हृदय हो गया मैं जो कई वर्षों से खोज रहा था ऐसे मिलेगा सोचा ना था हनुमान जी की कृपा से, जो आप सबसे पहले कहते हैं ना ” आप सभी के हृदय में विराजमान परमात्मा को मेरी राम राम”बस इसी ने हृदय जीत लिया मेरे हृदय पटल ये आपके द्वारा बोली गई राम राम अंकित हो चुकी हैं कि आपका जितना भी धन्यवाद करूं वह बहुत कम ही होगा, आपकी भाषा बहुत ही सरल और मधुर है(सबसे अहम बात बिना शोर शराबे बात करने का ढंग अद्वितीय है)मन मोह लिया आपने और मैने शुरू से सुनना प्रारंभ किया “राम चरित मानस” मैं जो पाने की कोशिश कर रहा था जिसकी मुझे तलाश थी वो सहज ही प्राप्त हो रही है। मन में कुछ प्रश्न भी थे जो स्वत ही हल हो रहे हैं अभी भी कुछ प्रश्न हैं जिनके उत्तर खोज रहा हूं वह भी मिल ही जायेंगे….

पर अब मुझे खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि एपिसोड 412 के बाद नहीं सुन पा रहा हूं क्योंकि यू_ ट्यूब पर है ही नहीं या मुझे नहीं मिल रहा बहुत कोशिश कर रहा हूं परंतु……बैचेनी बहुत अधिक बढ़ चुकी है किसी भी काम भी ध्यान भी नहीं लग रहा तीन दिन से.. कृप्या मार्ग दर्शन करें।।।।
धन्यवाद
शेष फिर🙏🙏🙏

श्री गुरुदेव आज का वीडियो देखा था मैंने आपके मन के सवालों से जो उत्तल आप देते हैं उसने बड़ी शांति मिलती है लोगों के माध्यम से मेरी भी सवालों के जवाब मिलते जा रहे हैं बहुत ही शांति मिलती है गुरुदेव ऐसे लगता है कि भगवान कल्कि का कोई अवतार है जो अपना उपदेश इस संसार में फैला रहा है और यह गरुड़ देव की प्रतिमा भी देखी थी मैंने क्या ऐसे ही मुझे एक बार दुर्गे मां की छवि दिखाएंगे गुरुदेव मन में यह लालसा है मेरे

गुरू जी रात को आपके पृवचन सुनते सुनते कब सो जाती हूँ । पता ही नहीं चलता है।चार बजे ठीक नीद अपने आप खुल जाती है।मुबाईल बन्द करना भी भूल जाती हूँ। आँखें बन्द करती हूँ जब भी आप ही मुझे दिखने लगते हो ।गुरु जी यह हो रहा है मेरे साथ ।
सरला, जोधपुर

Ram Ram, Guruji .Have been seeing your YouTube videos since last month and have become your fan. Love your explanations, you explain the complex things with such simplicity Thank you. Ram, Ram ji

🙏 Karoona

Ram Ram Gurujii, I want to share some statements with you just guide me if I am right in doing Gurujii I suffer from intestinal problems a lot but from the day I started listening to your speeches some strength aroused in me Gurujii I generally right the magic word Ram 🙏 all over my body and even I write letters to him actually I stay alone with my kids in Assam (Dibrugarh) and my husband works abroad so whenever I am not well or feeling weak I write to Ramji.

YouTube par Hanuman baba ki videos dekhte dekhte ek din aapki ek video aa gayi maine wo video dekhi and believe me uske baad to aisa hua ki ek ke baad ek aapki videos dekhne ka junun sa chad gaya dimag par

Aapke dwara likhi gayi prabhu shri Ramji ki vanvas pustak padhna chahti hu par amazon par out of stock hai please help me ki kahan milegi

मन भटक हुआ है शायद वचन पढ़ने के बाद मन को कोई राह मिल जाये

प्रणाम प्रभु
4 महीने से आपको सुनने की कोशिश कर रहा हूं
एक विडियो सुनने में दस दिन भी लग जाते हैं
सारी रात लगाकर रखता हूं
सुबह शाम सुनता ही रहता हूं
आपको सुनते सुनते ही ना जाने कहां गायब हो जाता हूं
कोई पता नहीं चलता कि कितना समय बीत गया
कभी कभी दस घंटे बीत जाते हैं पर लगता है की दस मिनट हुए
कभी कभी दस मिनट में ही सारी थकावट खत्म हो जाती है फिर जागता ही रहता हूं और तरोताजा महसूस करता हूं
14 अक्टूबर से 20 के ब अगर आप मिलने की इजाजत दें तो आपके पास आना चाहता हूं कृपया प्रार्थना स्वीकार कर मुझे अपनाने की कृपा करें

ध्यान में रहना है
 

राम राम जी
राम बाण के अंतिम ७० पन्ने शेष रह गए है । जब पुस्तकों को पढ़ने की शुरुआत की थी तब ये सिया राम की कहानी लगती थी परंतु अब वो पात्र पीछे छूट गए है हर जगह अपने अवगुणों को समझने का अवसर मिल रहा है और उसे कैसे दूर करना है उसकी विधि ।
पुस्तकों को पढ़ने से पूरा दृष्टिकोण ही बदल गया ।मैंने अपने पूरे घर को मंदिर बनाने का प्रयास किया है और मंदिर को ध्यान का स्थान ।
कभी कभी लगता है ध्यान आँख मूँद कर करने की प्रक्रिया है या हर क्षण सजग रहने की कला…

प्रणाम स्वीकार हो
🙏🌸🙏

राम राम गुरूजी
आपको सादर प्रणाम🙏
समझ नही आ रहा कि किस प्रकार उस परम पिता परमेश्वर और पूजनीय संत श्री नीब करोरी महाराज जी का धन्यवाद करूँ कि मुझे आपकी विडियोज़ के माध्यम से प्रभु श्रीराम और हनुमान जी के बारे मे इतना कुछ जानने को मिला।आपके द्वारा भेजे गए उपन्यास “वचन” के कुछ अध्याय अभी शेष है।ऐसा लगा कि मैं कलयुग में रहते हुए भी उस युग में होने का अनुभव कर रही थी ।जैसे सब कुछ अपनी आँखों से देख पा रही हूँ। मैने “परीक्षा” तथा “भरत की साधना” ऑर्डर कर दिए हैं।🙏

वनवास भाग १ का पहला अध्याय हमने आज पूर्ण किया है गुरु जी सच में विश्वास करे एक-एक शब्द में नसा है और एक-एक शब्द में आपने इस तरह प्रभु के जीवन चरित्र को पिरोया है कि पुस्तक रखने का दिल नहीं किया।।
बहुत बहुत कृपा मेरे गुरुदेव आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम है 🙏🙏

गुरु जी आपके पास जब समय निकला करे तब आप उत्तर दे दिया करे हमे कोई जल्दी नहीं है बस आपको लिखकर बता देते है तो बस हमारा संदेश आप तक पहुंच जाता है इतना ही बहुत है गुरुदेव 🙏

गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ।
गुरुदेव किसी ने ठीक ही कहा है कि बिना गुरु के प्रभु नहीं मिल सकता। गुरु देव मनुष्य को गुरु ओर भगवान के सामने कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए। गुरु देव आप हमको अपना शिष्य माने या न माने आपकी मर्जी मैं आपको अपने हृदय गुरु मान चुका हूं।मैं उत्तम आपको साक्षात परब्रह्म परमात्मा मानता हूं।
गुरु देव सब इंसान को सब नियम मानना मुश्किल है इसलिए जितना नियम कर सकता हूं उतना करता हूं। गुरु देव जब से आपके शरणं में आया हूं तब से मेरा जीवन ही बदल गया है गुरु देव। गुरु देव मुझसे कभी भी कहीं भी कुछ गलती हो गई हो मुझे माफ़ कर दिजिए गा गुरु देव राम राम

ईशान जी ये व्याख्या तो मुझसे सुनी ही नहीं जा रही 🙏…शुरू के कुछ मिनट सुनकर ही फूट फूट कर रोने का मन कर रहा है बड़ी मुश्किल से आँसू रोक रखे हैं, घर में किसी ने देख लिया तो सोचेंगे पता नहीं क्या हो गयाl

मुझे जब मैं रामबाग पढ़ता हूं मैं यह सोचकर पड़ता कि आधा घंटा से पढ़ लूंगा यह पढ़ने बैठ जाता हूं कभी 2 घंटा कभी 4 घंटा भी जाता है पता ही नहीं चलता कब घंटा पीता बस मैं पढ़ते ही जाता पढ़ते ही जाता हूं कॉल 4 घंटा 3 घंटा भेजा था पता ही नहीं चलता एक बार इसे मैं 3:00 बजे उठा था रात को मैंने सोचा कि नींद नहीं आ रहा है चलो राम बात कर लेते हैं 10 मिनट 10 मिनट के लिए बैठा जैसे बस पढ़ते-पढ़ते गया पढ़ते-पढ़ते सुबह हो गया देखा कि सुबह हो गया पढ़ना बंद कर दें आज शाम को पढ़ता हूं पढ़ते-पढ़ते 2:00 बज जाता है र रामबाण पढ़ने में थकान और तनाव महसूस नहीं बस आता जाता हूं आपके सारे सुंदरकांड मैं सुना और रामबाण पड़ा आपका सुनना और पढ़ना बहुत अच्छा लगता है विनय पत्रिका भी सुना कितना छूट गया था उतना सब सुना सब एक-एक करके सुंदरकांड सुना एक-एक करके विनय पत्रिका सुना बिना के विनय पत्रिका सुनना अच्छा लगता है विनय पत्रिका ना सुनना बहुत कास्ट जान पड़ता है रोज सोचता है कब मैं नया फोन लु आपका विनय पत्रिका का मैं सुन लूंगा और बहुत कष्ट जान पड़ता था मैं एक मित्र से बात की भाई तेरे पास दो फोन एक में हमको दे दो बिना सवाल-जवाब किए पूनम फोन हमको दिया है फिर भी हमको फोन नया लेना पड़ेगा मित्र कब फोन मांग लेगा कुछ पता नहीं चलेगा फोन फिर भी हमको नया लेना पड़ेगा जल्दी ही मैं फोन नया ले लूंगा फोन के बिना विनय पत्रिका आपकी आवाज सुने बिना मुझे कुछ कष्ट जान पड़ता है

Namaste Sir 🙏🏻

Hope you are doing very well. My name is Rishika and I am currently living in Germany. I wanted to reach out to you for a very special request.

My soon to be mother-in-law, Sangeeta Rajpal, has her birthday coming up on 22nd June. She is a HUGE fan of yours and religiously follows you on YouTube. Your teachings have really helped her get by some tough times and she sincerely values all the learnings she has gained so far, thanks to you.

I was wondering if you could spare 2 mins of your precious time and send her some blessings on her birthday. Maybe a short video dedicated to her so she can keep it and rewatch as many times as she likes, or a short video call would also be wonderful!

I cannot begin to explain how happy and special your words will make her feel. We will be forever grateful to you!

Thank you very much for doing what you do 🙏🏻

Can’t express the feeling when I heard the beginning of Lanka kand today. How gifted you are to explain all this though I am waiting for my answer too.
Sangeeta

गुरू देव जी आप कहते हैं कि चिंता मत करो किंतु चिंता ही हर समय सताती रहती है रामायण पढ़ती हुई काफी दूर निकल जाती हूं पता ही नहीं चला क्या पढ़ा
बस इतनी कृपा आपकी है कि जब आपका एपिसोड यूट्यूब पर देखती हूं तो चिंता बिलकुल नहीं रहती ध्यान एकाग्र हो जाता है

गुरु देव हृदय से आप का धन्यवाद करना चाहती हुं। राम चरित मानस के एपिसोड की जिस तरह से आप व्याख्या कर रहे हैं आप तो हमें उस युग में ले जाते है। यह सिर्फ कहने की बात नहीं है सच में ऐसा ही है।दिल से राम जी का धन्यवाद जिन्होंने हमें आप से जोड़ा। 🙏🙏🙏

जयश्री राम 🙏 मेरा नाम राजेश जोशी उम्र ५६ , जयपुर , राजस्थान निवासी हूं । बचपन से ही हनुमान जी के चरणों में स्तुति रामायण पाठ करते बड़े हुए ।२६वर्ष पहले एक मंदिर सेवा करते हुए पूजा पाठ बढ़ते गए , साढ़े ३वर्ष सेवा की ,तब से ही बहुत परेशान हुं , फिर शादी हुई और गृहस्थ में ऊलझा रहा
३ बच्चियों का पिता बन गया। मंदिर सेवा छोड़ने के बाद से ही बेरोजगार हूं बेचारी पत्नी ने ही मेंहदी आदि करके घर चलाया ।अभी भी बेरोजगार हूं बहुत ग्लानि होती है शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत परेशान हुं एक बार परेशान होकर आत्महत्या का निष्फल प्रयास भी किया , बच गया हनुमानजी कृपा से , जिंदा लाश की तरह जीवन हो गया है , माताजी सहित पूरा परिवार बहुत ही परेशानी में हैं आपके वीडियो देखें असीम शान्ति मिली ,आप मेरा प्रणाम स्वीकार करें ऐसी मैंने हनुमान जी से प्रार्थना की क्योंकि आपके पास तो मेरे जैसे असंख्य लोगों के विचार आते हैं । मुझे उम्मीद नहीं थी कि मेरी भावना आप तक पहुंचेगी लेकिन हनुमान जी कृपा से आपका ध्यान मेरी ओर हुआ उनकी कृपा से , आप साक्षात हनुमानजी का स्वरूप ही है और अति दीन दुखी लोगों की सहायता के लिए आपको श्रीराम जी ने भेजा है आपको मेरा कोटि कोटि प्रणाम है 🙏 कृपया मेरा मार्गदर्शन करें ।मेरी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है लेकिन आपके द्वारा रचित सत साहित्य पढ़ने की भी तीव्र भावना है।

जयश्री राम 🙏 स्वामी जी को सादर प्रणाम 🙏 आपके द्वारा भेजी गई सत साहित्य पुस्तक ॓कृष्ण एक रहस्य दिनांक ॔3.11.22 को प्राप्त हुई है जो आपने दिनांक 20.10.22 को भेजी , मुझे टेक्नोलॉजी की जानकारी कम होने से मैं पार्सल को ट्रेक नहीं कर पाया । थोड़ी देर हुई ,शायद दीपावली पर्व के कारण । आपको कोटि कोटि धन्यवाद , पुस्तक में ‘मेरे मन की बात, पढ़कर आपकी दिव्यता का अनुभव हुआ ,आपने कितनी सरलता से परिवार का परिचय कराया,अद्भुत है।अभी अस्वस्थ्य और असमर्थ होने से पढ़ने में असमर्थ हुं ,थोड़ा चिड़चिड़ा सा हो गया हूं ठीक होकर पढूंगा।एक बार पुनः धन्यवाद । पुस्तक पढ़कर आपसे पुनः सम्पर्क करूंगा ।🙏 जयश्री राम 🙏
🇮🇳
आपके द्वारा भेजी’ कृष्ण एक रहस्य ,पढ़ी । पुस्तक पढ़नी शुरू की तो पढ़ता ही चला गया , पढ़कर बहुत ही अच्छा, अद्भुत अनुभव हुआ ,कई प्रसंगों में बहुत ही अनूठी अनूभूति हुई , कुछ जगह ऐसा भी अनुभव हुआ कि जैसे मैं भी वहां उपस्थित हूं , लेखनी और भावना ने सम्मोहित कर दिया , कहीं पर अपने जीवन की सी झलक दिखाई दी , कहीं बहुत विचित्र अनुभव हुआ , कई प्रसंगों को मैंने दुबारा पढ़ा, कुछ प्रसंग मेरी मोटी बुद्धि के कारण पूर्ण रूप से समझ में नहीं आये । बहुत ही सुन्दर अनुभव हुआ जिसे मैं सही तरीके से बयान भी नहीं कर सकता , अनूठी और अद्भुत लेखनशैली है आपकी कोटिशः धन्यवाद स्वामी जी आपके मार्गदर्शनपूर्वक लेखन शैली से श्रीकृष्ण के अनछुए पहलुओं की जानकारी दी।
🇮🇳
स्वामी जी मुझे आपकी अभी निशुल्क सतसाहित्य पुस्तक श्रृंखला से और पुस्तक पढ़ना चाहता हूं और जैसा आप उचित समझें।

Jai shri ram, I have read first part vachan. I want to tell my experience but whenever I try words become short and Maun takes place. I say thanks to you, now I have found clear path,my man is esthir now. tune mughko data bahut kuch diya hai Tera shukria hai. I am reading the book third time and listening your Ramayan, vinay patrika and man ke sawal and others vyakhyan which are very much helpful to me. I just want your blessing. There were three pillars in my life my mother, my satguru and sant rupi brother who gave me alot bhakti gyan and Varagya. but all of sudden have left this earth. you can understand what will happen to a building whose all pillars broken. with there grace I found you with great blessing of hanuman ji. thanks alot for your selfless and so sahaj and Saral vachan which is easily understandable by a moor person like me. thanks again and again. now I want to read van van ram and Ramban .pl tell seva rashi for these Pavitra gyan.

 

Eeshan jee and hanuman ji aapko mere ram ram. as far as possible I try to listen all episodes ,nowadays sunderkand vyakhya. i have no words to say thanks for work you are doing to provide peace knowledge and everything Jeev needs to complete his/her inner journey towards his/her aim of life. may hanuman ji, ram ji give you more strength to help people like us dipped in this mayik world upto neck.

परम पूजनीय महात्मा जी सादर चरण स्पर्श और शुभकामनाएँ और हार्दिक स्वागत भगवान श्रीराम जी की कृपा से आप की आध्यात्मिक पुस्तक के रघुवंशनाथम के भाग 4,5,6,का पारायण पूर्ण हुआ और भाग 7 का पारायण हो रहा है।बहुत बहुत सुंदर और आश्चर्य चकित और अद्भुत अनुभव हुआ भगवान श्रीसीताराम जी
के सन्दर्भ में उनके और लक्ष्मण जी के आपस में प्रश्न और उत्तर सेऔर उनके अंतर्मन में होने वाले स्वर से विचार-विमर्श सेअद्भुत और ज्ञानवर्धक और सच्चिदानंद आत्मिक आनंद। प्राप्त हुआ । कलयुग में पुनः महर्षि बाल्मिक जी अवतरण हुआ है।कानपुर के पास स्थित बिठूर में महर्षि
जी के आश्रम में लिखा हुआ है कि तुलसीदास जी के रूप में उनका जन्म हुआ। वहाँ ही मन्दिर में भगवती सीता जी और लव कुश के दर्शन प्राप्त हुआ। बहुत बहुत धन्यवाद और आभार। जय श्रीराम जय राम जय जय राम। रघुनन्दन राघव राम हरे सियाराम हरे सियाराम हरे।जय श्रीबजरंग बली हनुमान जी की जय

Ram Ram guru Ji 6mahine ho gaye guru Ji apke sampaerk main muje Jo Mila h guru Ji balte nahi ban Raha Ram ji ki itani kirp ho rahi h ki jo bura h vo bhi acha hi lag reha h guru Ji ab toh Hanuman ji bhi agay h guru Ji or jo Sundar kand ki vakya aap kar rahe h uska toh kya kehnaa asa lagta h 2 4 apsod main hi jase main Hanuman ji ke saath hi hu pura din guru Ji Kam karta hu or jo Maan ki aakhain
Ram ji ko hi dakhti rahti h guruji kabi ansu ate h kabi Anand ata h guru Ji main beda abari hu guru Ji apka jo apne rasta dikhaya in 6mahine main jo apki kirpa se paya h guru dav uske liy koti koti dhanyvad ya Mera bav h guru Ji apke parti AP hamsa kush rahe or bakto par ap hamesha kirpa banay rakain. Ram Ram guru Ji

कुछ दिन पहले ही मेरी सहेली की बेटी से ये बाते हुई में हैरान हूं गुरु वर आज आपका ये video देखा कैसे जान लेते है गुरु अपने शिष्यों के मन की बात🙏🙏 धन्य हो आप गुरुदेव
आपके द्वारा बताई गई दुनिया मैं कथा में लोगों को बताता हूं कि हर घर में और सुंदर गमले होने चाहिए ध्यान बगीचा होना चाहिए और भगवान की फोटो तस्वीर लगाने में कोई हर्ज नहीं बहुत पसंद कर रहे हैं लोग और आपने जो हनुमान चालीसा की व्याख्या की अति अद्भुत है मैं भी लोगों को स्टेज से सुनाता हूं आपका नाम लेकर
आपके द्वारा भेजी’ कृष्ण एक रहस्य ,पढ़ी । पुस्तक पढ़नी शुरू की तो पढ़ता ही चला गया , पढ़कर बहुत ही अच्छा, अद्भुत अनुभव हुआ ,कई प्रसंगों में बहुत ही अनूठी अनूभूति हुई , कुछ जगह ऐसा भी अनुभव हुआ कि जैसे मैं भी वहां उपस्थित हूं , लेखनी और भावना ने सम्मोहित कर दिया , कहीं पर अपने जीवन की सी झलक दिखाई दी , कहीं बहुत विचित्र अनुभव हुआ , कई प्रसंगों को मैंने दुबारा पढ़ा, कुछ प्रसंग मेरी मोटी बुद्धि के कारण पूर्ण रूप से समझ में नहीं आये । बहुत ही सुन्दर अनुभव हुआ जिसे मैं सही तरीके से बयान भी नहीं कर सकता , अनूठी और अद्भुत लेखनशैली है आपकी कोटिशः धन्यवाद स्वामी जी आपके मार्गदर्शनपूर्वक लेखनशैली से श्रीकृष्ण के अनछुए पहलुओं की जानकारी दी
Mujhe aapko guru banana hai kya karu kese Karu aapse kaha milna hoga mene aapke Ram Naam ka Jadu suna hai esa kabhi kahi bhi kisi bhi channel par nhi suna mene Mera Kam kapde silne ka hai mai ja to kahi nhi pati par TV or utube to dekh hi leti hu

Bala Devi

जवाब जरूर देना गुरुजी क्यों की जब से आप को फॉलो करना चालू किया तब से हमारे परिवार में बहुत सत बुद्धि का विस्तार हुआ हे मेरे पति ने शराब पीना छोड़ दिया। मुझे आशीर्वाद तो दे दो गुरुजी। मुझे एक बार जवाब दे दो में आप को परेशान नहीं करेंगे। में आपकी शिष्य बनने योग्य नहीं हु क्या गुरुजी कृप्या जवाब दे।

Pranam Guruji
I am listening to the Ramcharitamanas on YouTube Channel it is very nice specially The Bharat episodes,so long I had not really felt so much empathy towards him but after listening to the Videos we feel really sorry. Really thank you for uploading the videos. Also I have started reading the books. Really I don’t understand how to express my Gratitude but thank you from the bottom of my heart It is really making me very peaceful.
Pranam

गुरु जी आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम करते हैं गुरु जी हम तो रोज ही आपको प्रणाम करेंगे गुरु जी खुश नसीब वाले होंगे गुरुजी कि आप को चरण कपना प्रणाम रोज दर्शन सभा मिल सकते गुरुजी जो हम आप को चरण छू लेंगे गुरु जी हम तो रोज ही परम प्रणाम करेंगे गुरु जी मुझे गलती सलती हो गुरुजी तो मुझे क्षमा करें गुरु जी आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम करें

Recently suddenly I got your vedios on youtube and I started to listen. It changed my life drastically. I love to listion your devine experience most of the time. I was disturbed badly with few negative energies of family and was getting bad dreams and fear. One day at night suddenly I saw your vedio Ram Nam ka Jaap and I played for whole night. After that day I sleep peacefully and I kept Hanuman ji Chalisha on the above on my bed background. Thank you so much and Hanuman ji for taking me on the right path. I am ordering the book right now.

परम श्रद्धेय गुरुवरजी को प्रणाम ।
वचन पुस्तक धीरे-धीरे पढ़कर पूरा किया । पढ़ने के क्रम में मेरी जिज्ञासा अंत तक एक समान बनी रही। कभी कभी ऐसा लगा कि मेरा शरीर काफी हल्कापन महशुश कर रहा है जैसे कि मुझे बचपन में अपनी माँ, पापा, दादी के साथ प्यार भरी बातें करने के समय में होता था। जैसे कि पूरा शरीर निर्मल होकर पुलकित हो गया हो। पढते वक्त उसी जगह पर हूँ ऐसा मुझे अनुभव हुआ। आप के आशीर्वाद की मुझे विशेष जरूरत है ताकि मैं यह क्रम जारी रख सकूँ।
🙏🌺🌺🙏
आप के द्वारा रचित रामायण एवं विनय पत्रिका को करीब पिछले एक महीने से नियमित सुन रहा हूँ, जो मेरे
सोये हुए जिज्ञासा को जगाने में विशेष रूप से डूबते को जहाज का सहारा मिल गया ।
दोनों सिरियल सुनने की लालसा नित्य दिन रहती है। मैं सुनकर अपनी बूढी माँ से सुनता हूँ तो वह भी आनंदित हो जाती है तो मुझे और खुशी होती है। आप की कृपा की विशेष जरूरत है ताकि मैं यह क्रम जारी रख सकूँ। 🙏🌺🌺🙏

जय गुरुजी आज मैं परीक्षा अध्याय ५ पढ रहा था मुझे इतना रोना आता था की मेरे मुंहसे आवाज ‌ही नहीं निकलती और अश्रू भी नहीं रुकते थे. आप को कोटी कोटी प्रणाम गुरूजी🙏🏻🙏🏻
Gulab

My dear Eshaan Mahesh ji
Pranam from Dr Surya kant, Dhanbad, jharkhand. I want to share few thoughts about you and your latest creation ” Vachan”.
-1- Eshaan ji I would like to say that you are now my living Guru. Although, my Guru is lord Hanuman but don’t know why you and Lord Hanuman seems to be same because both of you are the servant of Lord Rama .You deserve to be my living Guru.
-2- I am studying your Vanwas and feeling that how deep your knowledge is? Can a human being is knowledgeable and crystal clear like you is still available on this earth
-3- You are really gifted by the Almighty lord Rama to teach the humans like us
-4- I am also watching your awakening India episodes and Ramcharitmanas Balkand ad well .
-5- I am trying to mend my self by watching your YouTube channels but I know it will take more yrs and yrs to be like you .I am lucky that I found you .
-6- Your languages and literature depth is matchless.
-7- I will definitely meet you after covid pandemic, only lord Hanuman will help me to suffice my target for meeting.
-8- Great works are only done by great people like you.
-9- I am a very simple eye surgeon doing free cataract surgeries for poors in jharkhand as my sole aim to justify myself with my profession. I have not earned very big money but I am satisfied with my life because I know ,there is only witness in this modern world is Lord Rama who is watching me every moment. I will pray with lord Rama to shower his blessings to you ,your wife and children because you are really a Ram bhakt in true sense. Every time I am living with you and your thoughts as stated in Ramayan ..
With kind regards
Dr Surya kant, MBBS MS

गुरुदेव राम राम
8 सितंबर 2021 को रामचरितमानस की सीरीज को एक वर्ष को रहा है।
आपने लोककल्याण के लिए ये किया। इसके लिए आपका आभार गुरुदेव।।

भाई राम-राम !
आपको ढेरों आशिर्वाद !
ऐसा क्यों लगता है कि “परीक्षा” आपकी रचना नहीं है,
परमेश्वर राम जी ने आपके ह्रदय और मनमंदिर में बैठ कर,श्री हनुमान जी को आज्ञा दे कर,आपकी अंगुलियाँ अपने अनुसार चलवाई हैं व साक्षात् त्रेतायुग के दर्शन करवाए हैं ।
आपको बहुत-बहुत साधुवाद एवं
आशिर्वाद !
आपका भाई
शशि रामचन्द्र शर्मा

Guruji maine apki likhi hui krishna ek rahasya 2 bar padhi padh ke man anandit hua our itni gehri baate hai usme padh ke samajke bohot acha laga apne kai video me kaha hai ratri ke samay ya soote samay adhyatmik bhajan ya parmatma ko yaad karne walle video challu karke aram se akhe band karke suno nind aa bhi jhay to bhi apna unconshish mind sunte rehta hai Maine 2-3 baar prayas kiya par sunte hi akhe band karte hi meri sharir ki sare pran vayu ek ek karke upper ki taraf hote Galle ke marg se mastis me jhake bohot ajib kuch hote rehta hai phir gabrat hi hone lagta hai par din ke samay jab me dhyan me bhaidh ta tha tabhi bhi ye anubhav hota rahta hai par gabhrat nahi hoti bus pran vayu ek ek karke upper ki taraf mastis se hoke niche aa jhate aisa mehsus hota hai samaj me aajhata hai par abki bar maine ratri ke samay jho anubhav hua woh alag tha phir jhab main earphone nkalke sone gaya to kai samay tak soo nahi paya our mujhe apni dhadkan sunai deti thi bohot jhorse iska kya arth hai kripaya bataiye our mujhe apki kounsi kitab padni chaiye woh bhi kahiye jho main partma ke our karib jha saku meri man ka mail dur ho jhai ya meri atma me shudhata aa jhay kripya mera marg darshan kijiye our mera udhar kijiye 🙏🙏🙏

गुरुजी को हार्दिक अभिनंदन,
आज का प्रसंग बहुत भावुक था। आपने जिस मार्मिक प्रकार से इसका चित्रण किया है, मानो जैसे सब कुछ मैं हृदय की आंखों से देख रहा हूं। आपसे श्री रामचरितमानस की व्याख्या श्रवण करने के पश्चात मेरे भी सकल अज्ञान का हरण हो जायेगा।आपको हृदय से धन्यवाद।
आपका अनुरागी
राजेश गुप्ता

Beautiful explanation of respecting womanhood and …the way you speak native your language…wonderful

गुरूजी प्रणाम
जय श्री राम
मेरी बातों का जवाब जरूर देना
आठ सिद्धि नव निधिया अगर हनुमान जी को माता सीता ने दी थी तो अशोक वाटिका में पहुंचने से पहले भी हनुमान जी शरीर विशाल एंव लघु किये थे उडने की शक्ति तोहनुमान जी को बचपन से ही प्राप्त थी क्योंकि वे पवनपुत्र थे जिस आठ सिद्धियो का बखान आपने किया है वो तो हनुमान जी को पहले से ही प्राप्त थी फिर माता सीता इनहे कब प्रदान की जानकारी देने की कृपा करेंगे
और रही नव निधियां ये आप को भी ठीक से मालूम नहीं है बाबा जी
एक बात और ये आठ सिद्धि नव निधियां जो किताबो में लिखी है वही आपने ज्यों कि त्यों बता दी कोई नई जानकारी तो नहीं दी है आपने कपि के बारे में बात की है तो आपकी जानकारी के लिए है उस काल में वानरो से भी उच्चकोटी के जाति थे जो कपि कहलाती थे जो वानरो पर राज करते थे
जो देवताओ के समकक्ष माने जाते थे
कृष्ण जी के बारे में आप की जानकारी मुझे तो हास्यापद लगी जो भगवन सोलह कलाओ से युक्त थे उसे आप नव निधियां में कैसे बांध सकते हैं एक बात और ईश्वर को जानना उनका बखान करना इतना सरल व सहज नहीं है बाबा जी कहा गया है तुमहई जो जाने सो तुमहई हो जाई जिसने भगवान को जान लिया वो स्वयं भगवान हो गया पहले अपनी आत्मा को जानने का प्रयास करे फिर परम आत्मा को जान पायेगे बाबा जी
और अगर आप इतने ही जानकार हैं तो बताये हनुमान जी के भाइयों के बारे में शायद आपको भी अचरज हो कितने भाई थे हनुमान जी क्या क्या नाम थे उनके हनुमान जी कौन से नंबर के थे
शायद आपको पता भी न हो और अगर हैं पढते ही जानकारी देना बाबा जी
कितने साल हो गया है आपको हनुमान चालीसा पाठ करते हुये
कितनी प्रकार की सिद्धि आपको प्राप्त हुयी हैं कुछ भी नहीं कभी सपने में भी हनुमान जी के दर्शन हुये हैं आपको नही न तो फिर अपनी सच्चे मन से हनुमान चालीसा का पाठ नही करते हैं आपने जो चालीसा की व्याख्या की है वो केवल आपकी जानकारी तक हो सीमित है और जरूरी नहीं कि वो ही सही हो आप सागर को गागर में नहीं भी सकते
मेरी बातों का जवाब जरूर देना बाबा जी

सादर नमस्कार ईशान महेश जी,में आप के सारे विडीओ देख चुका हूँ । में ने अब तक सारे प्रमुख कथा वक्ता को सुना है । live इंडिया में था तब और अब यू टूब और अनय tv चैनल पर । पर आप का कथन बहुत ही सार्थक और सही लगा क्यू की आप मूल एक एक शोलक का वर्णन कर रहे है “वर्ड बाई वर्ड” जो की हम जैसों को “समझा” रहा है …. एकदम “स्पष्ट” अर्थ बिना कोई “कहानी या भाषण” के । में बहुत ही धार्मिक हूँ (मनसा , वाचा , कर्मणा) और हमेशा स्वामी विवेकानंद की तरह “विश्व की सब जीव” के लेए प्रार्थना कर्ता हूँ । जैसे भी हो सके लोगों की “मदद” वाणी से , धन से , करम से” करना अपना “धरम” मानता हूँ।

पर में हमेशा अंदर से आहत और दुखी रहता हूँ और मुझको “डिप्रेशन” हो गया है । में हमेशा भगवान की ख़याल और खोज में रहता हूँ । भगवाद गीता जी , रामयान जी , सुंदर कांड , हनुमान चालीसा में पड़ता रहता हूँ । राम और मेरे “इशित श्री कृष्णा” को हर समय (अगर दीमाग और माया के काम नहीं कर रहा है ) याद और पुकारता हूँ … कई बार रो पड़ता हूँ । पर कुछ मन को करार नहीं आता” क्या करूँ क़ी सकुन्न मिले और दीमाग को शांति । कृपया मार्ग दर्शन करे ।

II राम II
आदरणीय सदगुरू ईशान महेशजी आपके चरनो मे सादर वंदन.
मै धन्य हुवा हु अपने मेरा प्रणाम स्विकार किया है l
मै और मेरे घरके सभी सदस्य आपके प्रवचन सुनते हैं l
आपके सभी प्रवचनोकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम ही है l
आपके प्रवचन द्वारा श्रवण किया हुआ ग्यान जिवनके अंतीम श्वास तक ग्यात रहेगा l
जबसे आपको सुनता हु तबसे पुर्णरूपसे अंदरसे बदलचुका हु l
मेरे घरका वातावरण बहोतही बदलचुका है l
आपके वाणी द्वारा दिये गए अमृततुल्य, प्रकाशमय, दिव्य
रामचरितमानस, या अन्य सभी प्रवचन बहोतही आसानीसे समजमे आते हैं l
मनमे एकही अभिलाषा है l श्रीरामजी की कृपासे मै आपका प्रत्यक्ष, साक्षात, दर्शन करके चरन स्पर्श करलु I

*वह सम्पूर्ण सत्य कहेती हैं ।*

मैं नहीं जानती परमात्मा के स्वरूप कैसे होंगी ।
परंतु गुरुदेव जी के भीतर मुझे श्रीराम जी ही दिखाई देते हैं ।🙏🏻
श्रीराम जी की सारे गुण मुझे उनमे दृश्य होते हैं ।🙏🏻
हृदय से सम्मान करते हुए दृष्टि चरण स्पर्श करते हैं मेरी ।🙏🏻
संसार में तो सब बध-जीव हैं ….. परंतु जीव को मनुष्य बनाते हैं गुरुदेव …. सबके हृदय में राम रूपी बीज रोपण करके । 🙏🏻
ऐसे पुण्यात्मा को मेरा बारम्बार प्रणाम । 🙏🏻
मेरे जीवन को सम्पूर्ण रूप से रूपांतरण करके एक नया जीवन देने के कारण उनके चरणों में मेरा शत शत नमन ।🙏🏻
मैं ऐसे परम चेतना रूपी गुरु जी की शिष्या हूँ ; *में धन्य हूँ* । 🙏🏻
श्री रामजी उनको दीर्घायु करें ।🙏🏻हमारी जीवन की ऊद्यस्य का परम ज्ञान देने हेतु उनको मेरा प्रणाम ।🙏🏻
राम राम 🙏🏻🚩
गुरूदेव भगवान जी की जय हो ।🙏🏻🚩

-Sabita

(सिया सुधी लाए ऑडर करूँगा गुरुदेव ) गुरुदेव में आपको कुछ कहना चाहूंगा ,गुरुदेव मे जबसे कृष्ण एक रहस्य पड़ना शुरू किया हु तब से जब भी धियान करने बैठता हु तो कुछ आवाज़ सुनाई देने लगा है इस प्रकार का आवाज़ सुनाई देता है मुझे .,पहले बादल के गरज ,और फिर दूसरा दिन शंक का आवाज़ ,फिर कुछ दिन बाद भाँवरा जैसे सुनाई दिया I और गुरुदेव धियान करते समय मुझे इस प्रकार एक दिन ऐसा लगा जैसे की मेरा शरीर बड़ा हो रहा है और में अंदर से छोटा हो रहा हु और मेरा सर भारी लगने लगा और में अंदर जारहा हु तो गुरुदेव मेरा पैर दुखने लगा और में आँखे खोल दिया I और दो आवाज सुनाई दिया लेकिन में समझ नहीं पाया ,गुरुदेव ये सब कुछ आपके आशीर्वाद से हुआ है I और गुरुदेव मुझे डर लगता था वो भी हटने लगा गुरुदेव इसब आपकी कृपा से हो रहा है जब से मे कृष्ण एक रहस्य पड़ना शुरू किया हु तब से इसब घट रहा है और गुरुदेव तोड़ा ही दूर तक पढ़ा हु जहाँ धनीराम को सुदामा श्री हरी और माया का कथा सुनाता है और गुरुदेव ये कथा सुन कर मेरा आँखो से आँशु आगया में रोकने चाहता लेकिन फिर भी निकल गया और गुरुदेव मुझे सपने में बार बार बारिश का सपना और और कुछ नेगेटिव सपना भी आता है बहुत तरह की सपने आने लगा हैँ जैसे ,सपने में ,चाँद को देखना ,प्रभत को देखना ,बार बार नीली पानी देखना ,कुआँ का पानी देखना ,बारिश में गया चराते देखना ,सपने में भगवान बुद्ध को देखना ,और गुरुदेव मेरे माथे पर खिचाव जैसे महसूस होता हैँ और गुरुदेव मेरा मन में शान्ति आगया और गुरुदेव में जब भी कथा सुनने बैठता हु तो मुझे उबासी आने लगता है और बहुत जल्दी जल्दी आने लगता है I ये सब बात सच है गुरुदेव ,और गुरुदेव मुझपर बहुत संकट आरहा है,आपको याद करता हु ,और हनुमान जी को तो डर हट जाता है गुरुदेव आपके आशीर्वाद मेरा साथ है मुझे लगता है जैसे मेरा कुंडली जागरण हो रहा है गुरुदेव इसब आपके आशीर्वाद से हो रहा है गुरुदेव आप मेरा ऊपर कृपा बनाये रखना ,आपके चरणों में नमस्कार राम राम

‘कृष्ण एक रहस्य’ सचमुच बहुत अद्भुत पुस्तक है,जिसे पढ़कर साक्षात अनुभव होता है जैसे ये घटना हमारे सामने ही हो रही है।

कल मैने श्री कृष्ण का सुदामा को गले लगाने का प्रसंग पढ़ा जिसे पढ़कर मन इतना भाव से भर गया की आंखों में आंसू आ गए।

मैने बहुत पूजा पाठ की है रामायण भी कई बार पढ़ी है पर कभी भी मन में कोई ऐसा भाव नहीं आया।

मन में आया की हम किसी काबिल ही नहीं है की हमे कभी कोई ऐसा व्यक्ति या गुरु नही मिला जो हमे सही मार्गदर्शन कर सके। आज मेरे पति भी ‘कृष्ण एक रहस्य’ पढ़ कर रोने लगे। उन्होंने 2 बार गुरु बनाए पर किसी ने उन्हें सही मार्गदर्शन नही दिया इस बात पर वो बहुत दुखी होते है।

मेरा नाम राजश्री हैं।
मुझे भगवान की कथा बहुत अच्छी लगती है मैने सबकी कथा सुनी लेकिन सबलोग बीच में कथा का flow तोड़ देते हैं मैं भगवान sai ye प्रार्थना करती थी की भगवान क्या आपने कोई ऐसा नहीं बनाया की केवल आपकी कथा के अलावा कोई बात न करे मतलब बीच में संसारी मनोरंजन न घुस जाए। आपको कोटि कोटि नमन की आपने इतना हमारी प्रार्थना सुनी।

बहुत कुछ कहना चाहता हूं पर शब्द नही हैं मेरे पास।आपने क्या दे दिया है मुझे कितनी कृपा की है मुझ पर । कोई किसी अनजान पर क्यो कृपा करेगा लेकिन आप जैसे सन्त ही हम संसारी लोगों को पर करुणा करते हैं और ईश्वर का मार्ग दिखाते हैं। अन्यथा हम जैसे लोगों का पता नही क्या होता ?कंहा भटकते रहते। आप का नया उपन्यास आया है लेकिन मैं सोच रहा हूं कि अभी मंगाउ या नही क्योंकि अभी तो पहले वाले भी पूरे नही पढ़ पाए हैं।अभी भरत भैया वापस आ गए हैं और राम आगे की यात्रा के लिए बढ़ गए हैं वँहा तक पहुंच पाया हूँ।अभी तक मुझे कुछ नही होता था
भरत जी की दशरथ जी की केकई जी कौशल्या जी इनके दृष्टिकोण को धोड़ा भी समझ ने की कोशिश करते ही ह्रदय भर आता है गला रुंध जाता है आंसू बहने लगते है
रुक्मिणी जी के पानी डालने से पहले सुदामा जी पैर भीग गए ये जब रुक्मिणी देखती हैंऔर फिर कृष्ण की तरफ देखती हैं तो उनकी आँखों में आंसू वो द्रश्य जिस तरह आपने दिखाया है वो तो बस रुला देता है
और उस रोने पर सेकड़ो हँसी कुर्बान।
राम जी के लिए कृष्ण जी के लिए रोना मिल जाये तो जीवन धन्य हो जाये और क्या चाहिए
🙏🏻🙏🏻बारम्बार प्रणाम।ह्रदय बहुत कुछ कहना चाहता है लेकिन कहना नही आता है क्या करूँ। बस इतना आता चरणों मे लेट कर प्रणाम करूँ नमस्कार करू समर्पण कर दूं।प्रणाम

गुरुदेव के श्री चरणों मे मेरा साष्टांग दंडवत प्रणाम 🙏🚩

मैं मोहन बारीक,छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला से।
पिछले मात्र एक सप्ताह से लगातर आपकी #मन के सवाल
यूट्यूब के माध्यम से आपकी आशीर्वचन हो प्राप्त हो रहा है। और सभी प्रकार की भ्रांतियां थी वो समाप्त हो रहा है।

इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद आभार 🙏🚩
जय सियाराम

जय श्री राम 🙏🙏,कल शाम को मुझे दिया और दोनों पुस्तक मिल गई है,कल शाम को ही मैने अपने बेटे के कमरे में दिया जलाया,बहुत दिव्य अनुभूति हुई विशेषकर मेरे पति को🙏🙏 जैसा मैने आपको बताया था मेरा मंदिर ऊपर है और मैं आजकल अपने पति के पैर के कारण ज्यादातर नीचे रहती हूं यहां हम कोई दिया नही जलाते थे,कल आपका दिया प्राप्त होते ही मेरे मन में भाव आया की इसको यही बेटे के कमरे में जला दूं,आपने कहा भी की कोई नियम नहीं है कभी भी कही भी जला सकते है भाव ही प्रमुख है ये ही मुझे कभी कभी अनुभव होता है आपके मार्गदर्शन के लिय बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏आज सुबह भी मैने नहाकर दिया जलाया और आपका रामचरितमानस का पाठ सुना बहुत ही अद्भुत अनुभूति रही🙏🙏आपका धन्यवाद,आपसे मिलाने के लिय प्रभु श्री राम का धन्यवाद 🙏🙏

 

मैं रोज रात को आपका वीडियो सोते हुए सुनता है मन सुनते हुए ही सोती हूं उससे मुझे बहुत आराम मिलता है जबसे सुनना शुरू किया है नींद बहुत अच्छी आती है,और जो शारीरिक कमजोरी या दर्द है उसमें भी आराम मिलता है🙏🙏आपने हम सब के लिय जो प्रयास किया उसके लिए हम आपके आभारी है🙏🙏

प्रणlम गुरुजी। मैंने येबुक पूरी पढ़ीl ये हमें दूसरी ही दुनिया में ले जाती हैl mujhe तो हनुमानजी के साथ हर समय प्रभु राम ही दिखेl ऐसा लग रहा था जो भी हो रहा है वो राम जी की ईछा से ही हो रहाहैल इस बुक कोपढते समय जब जब माता सीता और हनुमानजी की आँखो में आँसू आते थे तबतब मेरी भी आँखों मेंआँसू आ जातेथेl आपने इतने सुंदरता से सब लिखा है कि पढने वाला उसमें डूब ही जाता हैl लेकिन गुरुजी इसमें “गोटी लाल होने का रहस्य तो बताया ही नहींlआशा है आप अपनी किसी विडीओ में ज़रूर बता देंगेl
राम राम गुरुजी, बहुत संतोष की अनुभूति होती है, अध्याय ११ पे हूँ और ज़ोर ज़ोर से इस राम कथा को भगवान के सामने बैठे सुना ता हूँ. कोई आते जाते सुन ना चाहे तो वोह भी सुन लेते है. बहुत। बहुत बहुत धन्यवाद. आपके विडीओ देख देख के आप ही की तरह उपन्यास पढ़ने की कोशिश करता हूँ, भावुक होता हूँ और जब रोक नहीं पता तो क्षण भर रुक जाता हूँ. जब गहरी बात हो तो ५ मीन रुक जाता हूँ और आत्म प्रसन्नता का अनुभव करता हूँ🙏🏽
प्रभु एक अनुभव मै share करना छाता हू आपसे….
February 15, 2022 को आपका Vachan उपन्यास पाठ करने का तीव्र इच्छा जागी और मै खरीदा आपसे और पाठ भी किया… मगर उस time मेरे पास बहोत ही पैसा कम था…. Mobile का recharge केसे करू यह सोच ता था उपन्यास खरीद ने का तो बात ही choriye…तब मेरे पास कोई job भी नहीं था…. आपका यह उपन्यास खरीदा ना मेरे लिए बहोत मुस्किल लाग रहा था…. मगर मेरे मे आपका उपन्यास पड़ने का पिपासा बहोत जादा था…. Vachan उपन्यास पाठ complete करने के बाद यह सोच रहा था मै की next उपन्यास खरीद हू केसे… हनुमान जी का asirbad हुआ और अपने आप कहा से पैसा आरहा था यह राम ही जाने…. आपका उपन्यास खरीद ता गया और पाठ करते गया…. Last मै इतना ही कहना छाता हू कोई भी भक्त मै यह कोई भी ग्यान मार्ग के साधक मै आपका उपन्यास पड़ने की अगर तीव्र प्यास हो तो उसे चिंता करने की आवश्यकता नहीं सब अपने आप हो जाएगा हनुमान जी का asirbad से…. मै खुद इस बात का साक्षी हू…. 
🙏jab jab aapko sunti hun……man aapko pranam kiye bina rah nhi pata Guru ji…….aap jivon ka kalyan kar rahen hai 🙏
गुरुजी,
मैं उपन्यास वचन को पढ़ने मे इतना डूब गया की मात्र 3 दिन के अंदर पुरा का पुरा पढ़ गया।
मुझे ये पढ़कर मेरे मन के अनेको सवालो का जबाब मिला।
मैं उपन्यास वचन की पुर्ण राशि को जमा कर के दूसरा खंड भी यथासिघ्र पढ़ूँगा।
आपकी करुणा से इस उपन्यास को पढ़ सका इसके लिए कोटि कोटि धन्यवाद गुरुजी।
प्रणाम
राम राम गुरुजी, आपको बताना चाहता था की मेरेपिताजी ने आपकी Making ओफ़ Ram किताब पढ़ी, और अन्यथा कभी न रोने वाले वह, भावविभोर होके फुट फुट के रो पड़े. पहले तो में डर गया पर जब उन्होंने बताया की वह भाव में बहके रो रहे है तो मेरे अश्रु रुक नहीं रहे है. आपको मन से धन्यवाद देना चाहता हूँ की भक्ति की लोह आपने उन्मे जला दी है और प्रभुश्री राम से प्रार्थना करता हूँ की वह सदैव जलती रहे
I just completed
वन वन में राम and
सीता हरण
The books are amazing and I appreciate Ishan Mahesh ji for his beautiful writing ✍️
While reading the book I was totally engrossed into the book. Thank you for such beautiful writings. I wish if you write about the Krishan Lila 🙏
Thanks once again for wonderful writings 🙏
Jai Shri ram
Can you send this video to Eeshan Mahesh ji(Son watching Eeshaan Mahesh video) My son loves his videos. I don’t know if he understands but he listens very carefully and enjoys it too 🙏🙏 we are full of gratitude 🙂 🙏🙏
परम आदरणीय श्री गुरुजी।
सादर आभार । प्रकट करता हूं।
युट्यूब पर विडियो बहुत सारे ज्ञानि लोग बनाते हैं, पर आपसा ज्ञान दर्पण दिखाने वाले, शायद हिं मनुष्यों को मिलेंगे।
माफ करियेगा। मैं अपने आप को रोक नहीं पाया। मैं दावे से कहता हूं, आप सा मार्गदर्शन मुझे किसी के भी विडियो में नहीं मिला।
जय श्री राम गुरु जी चरण स्पर्श
मैंने आपका आध्यात्मिक उपन्यास कृष्ण एक रहस्य पढ़ा। उसका अनुभव अलौकिक अद्भुत और अविश्वसनीय है ऊर्जा का अनुभव कर रहा हूं गुरुजी जितनी शांति आपके सारे वीडियो सुनने मे हुई थी उससे कहीं ज्यादा शांति आपके एक उपन्यास को पढ़ने में मुझे हुई है एक बात अनुभव कर रहा हूं गुरु जी की इंटरनेट किताबों का विकल्प नहीं हो सकता जो अनुभव किताबें पढ़ने में होता है वह वीडियो सुनने या इंटरनेट में देखने से नहीं मिल सकता
जय श्री राम गुरु जी

दीपक

Guru ji mein din bhar aapka YouTube channel video dekhte hu aur ro ro kar aapko hi hanuman ji ka roop Maan kar prathna karti hu

Pranaam Eeshan ji,
I was lucky to come across your this video, by Hanuman Ji’s grace. I am in middle of doing his sadhna and had some questions or rather doubts in my mind about things. Many of them got answered. I even had his presence felt, in your video with something that can be explained through faith only. In the initial 5 secs of the video, the smoke of the Agarbatti seems to go inside the shiva-ling. I don’t know if only I had noticed this or there were other devotees who would’ve witnessed this. Anyhow, I will take this as a message from him. He is seeing me.
Request you to not disclose this message to everyone.
Jai Shri Raam
Jai Hanuman.

Pranaam
Charansparsh.

Jay Shri Ram guruji aapke Charan kamlon mein कोटि-कोटि pranam
Guru ji aapka Katha mein 20 din se sun rahi hun
कुछ दिन पहले मैंने आपको स्किन प्रॉब्लम के बारे में बताया था पर जब से मैं आपका कथा सुना है प्रभु तब से मेरा स्किन प्रॉब्लम कुछ कम हो गया है
Aisa lag raha hai Jaise Katha sunkar koi Jadu chha Gaya Ho रोज आपका कथा शाम में 7:15 पर सुनती हूं प्रभु
Ab kisi doctor ke pass hamen jaane ki jarurat hi nahin दवा खा खा के 2 साल से परेशान हो गई थी गुरुजी
आप की कथा सुनने से बहुत मन को शांति मिलती है प्रभु
Anju

Jay Guru dev
Guru ji aap ke saran me aa na he
Aap ne to mare Dunya he badel de he
Please muje apne saran me lelo
Guru dev app ko sunker me kudh ko bhool he geye
Guru ji kuch nahi cheye bas aap saran me le lo

जय सियाराम
प्रणाम गुरूजी,
मैं कोलकाता से Urmi Singh बोल रही हूँ। मैं आपकी सारे व्याख्यान सुनती हूँ और मेरे लड़के को भी सुनाती हूं जो class 11 मे पढ़ता है। मेरे मन मे जो भी सवाल उतपन्न होते है उनके उत्तर ‘विनय पत्रिका’, ‘रामचरितमानस’, ‘मन के सवाल’ से मिल जाता है। जो आध्यात्मिक उपन्यास आपने लिखे है उनको पढ़ने कि इच्छा बहुत दिनो से थी पर उनको पढ़ने का सौभाग्य आभी तक नहीं मिला था। हनुमानजी के कृपा से मै अब दो आध्यात्मिक उपन्यास मंगवाए हूँ एक है ‘वचन’ और दूसरा ‘कृष्ण एक रहस्य’। अभी तो मे ‘वचन’ पढ़ रही हूँ ये समाप्त होने के बाद ‘कृष्ण एक रहस्य’ पढ़ेंगे। इस उपन्यास को पढ़कर मुझे जो अलौकिक अनुभूति हो रही है उसे व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। उपन्यास को पढ़कर एसा महसूस होता है की मैं खुद घटना के स्थान पे मौजूद हूं। लेकिन सबसे ज़्यादा गहरी बात यह है की प्रभु श्रीराम के प्रति प्रेम और गहरा होते जा रहा है। रामचरित एक अपार अनुभूति है जिसे बहुत गहराई से महसूस हो रहा है। यह हनुमानजी का अपार कृपा है जो मुझ जैसे भक्त इसे पढ़कर हृदय से प्रभु श्रीराम का चिंतन कर सकते है। मेरे मन मे कहने के लिए है तो बहुत सारे बाते लेकिन मैं अपनी बातें यही समाप्त करती हूं नहीं तो यह बहुत लंबी message हो जाएगा।
प्रणाम गुरुजी

जय सियाराम
प्रणाम गुरुजी
गुरुजी आपके चरणों मे मेरी दंडवत प्रणाम। गुरुजी आज मै बहुत बहुत खुश हु और आनंदित हु । मैने तीन उपन्यास मंगवाई थी और उनमेसे दो आज मिली है । “सीताहरण” और “रामबाण” । यह दो उपन्यास के साथ एक तौलिया और एक Note मिली । जिसमे लिखा है हनुमान जी की प्रेरणा से आपने हमें शुभकामनाए भेजा है । गुरुजी यह मेरे लिए आशीर्वाद है । मै ईतनी खुश हु आपको कह नही सकती । आपका आशीर्वाद मै अपनी माथे से लगाकार रखुगीं। और Note मे जैसे तौलिया को व्यवहार करने के लिए कहा गया है वैसे ही करुगीं । मै बहुत खुश हु गुरुजी आपके आशीर्वाद मिलने से । उपन्यास पड़ने के बाद इसे अपने पास ही रखूंगी । गुरुजी आपको मेरी कोटी कोटी प्रणाम।

गुरू जी प्रणाम
गुरू जी मेरा एक सवाल है कि पहले में हद से ज्यादा गुस्सा करता था उस क्रोध में अपना या किसी का ना चाहते हुए भी अहित कर लेता था। लेकिन जबसे मैंने भगवान की और आपकी शरण ली है तब मुझे पता ही लगा कि मेरा गुस्सा कब और कहां गायब हो गया पाता नहीं।लेकिन अब कभी कभी स्वप्न में ऐसा कई बार देखा कि उससे भी ज्यादा गुस्सा करता हूं जो मैं किया करता था। आज रात में एक और बार ऐसा हुआ है तो आपसे प्रश्न किया कि ऐसे स्वप्न क्यों आते हैं।

Guruji yeh kaisa Ras chada diya aapne
Mera Hridaya bas ram naam ki karta rehta hai
Kabhi kabhi ram naam sunte hue Rona chata huin par man muje rokh deta hau
Maine iss sharir se bahut paap kiye hai
Aur shayad isslye lye Puri tari se Bhakti and samar pan nai kar pa raha huin
Guruji hum jaise logo pe aapne jo Kripa kar ke ram naam ras Pilaya hai
Waise hi in papi man se bahar nikal ne ka rasta bhi dikado
Aap se haath jhod ke Viniti karta huin Guruji
Please mujh papi se ek baar phone pe Baath kar lijye
Kyu ki aap hi ab muje aage ka rasta dikha sakte hai
Main aapka pecha nai chodne wala
Guruji Kripa kardo

जय श्री राम ,हनुमान जी के प्रिय भक्त ईशान जी को मेरा सादर प्रणाम 🙏🙏🙏 सबसे पहले आपके चरणों में मेरा कोटि कोटि धन्यवाद 🙏आपने हमें रामचरित मानस का पाठ करने की एक नई दृष्टि दी और समझने का नया दृष्टिकोण दिया

मैने आपके द्वारा व्याख्या किया हुआ हनुमान चालीसा और सुंदरकांड यूट्यूब पर पूरा सुन लिया। अब रामचरितमानस और विनय पत्रिका रोज सुनते है,आपके उपन्यास भी जो अभी तक मेरे पास है सब पढ़ लिय.उपन्यास पढ़ते समय लगता है की पढ़ती ही रहूं,जब लगता है अब आगे पढ़ने का कोई फायदा नही,समझ नही आयेगा तभी रखती हूं,सम्मोहित हो जाती हूं

मेरे पति आजकल आध्यात्मिक उपन्यास *परीक्षा* पढ़ रहे है,ज्यादातर समय रोते रहते है,पहले एक बार पढ़ना बंद कर दिया था अब जबसे दोबारा शुरू किया है तब से ये ही हाल है पर पढ़ना जारी है,हनुमान जी की कृपा से मैंने हमेशा अपने ग्रंथों को श्रद्धा भाव से पढ़ा है और कभी मेरे मन में शंका नहीं हुई की ऐसे कैसे हो सकता है,शायद मन में ईश्वर के प्रति मेरी आस्था इसका कारण हो,मैं नहीं जानती पर कल सूर्य देव को देखकर मन में एक जिज्ञासा पैदा हुई,तुलसी दास जी ने कहा की सूर्य अपने रथ पर सवार होकर आते है,उनके रथ में घोड़े जुते है ये जानने की इच्छा हुई,ये एक कल्पना है या भाव दशा है,कृपया करके आप ये समझाएं,मेरी जिज्ञासा है तो मूर्खो वाली आपको हंसी भी आएगी,बहुत सोचा आपसे कहूं या नहीं फिर कह ही दिया,जब भी आपको समय मिले मेरी जिज्ञासा का समाधान कीजिएगा🙏🙏बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏

भगवान किन-किन बातों से नाराज़ होते हैं।
https://youtu.be/kdVCabEXj64

गुरु जी
गुरु जी आपसे बेहतर कोई गुरु हो ही नहीं सकता। हमने तो आपको ही अपना सब कुछ मान लिया है माँ-पिता गुरु सब…..
आँखें खोल दी गुरु आपने।
*जो लोग मांस खाते है, मैं उनको घृणा से देखती थी पर अब नहीं देखूंगी।*
जय श्री राम!
श्रीमती उत्तरा

Gurudev, A few days ago, I listened to your youtube and post this; I sat in my chair and meditated. While meditating, I slept, and you came in my dream. I am sorry I do not remember what you said to me. I am just sharing. Warm Regards.

Namaskar Gurudev, I read chapter 2 ( Vishwamitra ka Dashrata Se Ram Ko Mangna) of Vachan last night. And I slept around 2.30 Night. I enjoyed reading in Hindi ( I am reading in Hindi after 55 years). The words, emotions, dialogue, etc., was so absorbing that I could not leave the chapter before finishing it. I found that reading Vachan was better than reading any novel or watching a movie on Netflix. In short, my being is starting to feel the joy of knowing about Shri Ram and all others.

At the same time, I must share that I was very uneasy while sleeping. I dreamt that many people wanted to break my house physically, and I kept on waking up. I woke up this morning feeling heavy on the head while, at the same time, the happenings of Chapter 2 of Vachan are also still fresh inside.

Is there any meaning attached to my dreams? I remember Samundar Manthan. When you churn the ocean looking for nectar, it is always the poison that comes out first. With the reading of Vachan, the churning has started inside, and the poison has started coming out.
I hope you are doing well, Gurudev. Warm Regards, Nishant

गुरु जी, नमस्कार🙏🏻🙏🏻 आपको जब भी लगे मेरे प्रश्न का जवाब देने के लिए आप तब दीजिऐगा… मैं प्रतीक्षा करूंगी…. पर आपको ये बोलना चाहती हूं कि आप के प्रवचन मेरे लिए हीरे मोती हैं…मुझे तो जैसे खजा़ना मिल गया.. ना जाने कोई अच्छे काम सामने आ गए….पूरा दिन और रात को भी आपको सुनती हूं….लगता है मेरे परमात्मा से मिल लेती हूं…आपको कैसे धन्यवाद करूं….आपने मुझे अमृत दे दिया…तरस्ती थी में ईश्वर का सच्चा ज्ञान प्राप्त करने को….आंखों में खुशी के आंसुओं की लहरें हैं….आपको कोटि कोटि नमन….बहुत उपकार है आपका….मेरे प्यारे हनुमान जी को मेरा राम राम जरूर कहियेगा…..उन्होंने हमेशा मेरी रक्षा की है….जिंदगी में ज्ञान या ईश्वर प्राप्ति से बढ़ कर कुछ नहीं…. बहुत बहुत धन्यावाद आपको🙏🏻

गुरु जी आपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏
मैं मूर्ख खलकामी जो अभी भी सवालों में उलझी हुई है
जब बाबाजी हैं मेरे चारों ओर
उन्होंने मिला दिया आपसे
आपको देखकर लगा कि बाबा जी ने से हो गया साक्षात्कार
जबसे सिया सुधि लाए पढ़ा तो रो रो के हुआ बुरा हाल
अभी जो भेजा उसे सुना समझा आगे करना है क्या मुझे
बाबाजी कितना करते हैं हमें प्यार
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम 🙏🙏

Jai ho Guruji. Finished reading “Mujhe Krishna Chaahiye”.
Now reading “Krishna ek rahasya”. My eyes are full of tears, visualizing how Krishna’s tears are drenching the feet of Sudaama (p 174), and Rukmini’s reaction- without pouring water from kalash, how Sudaama’s feet are covered with drops.
Can there be so much of love – unconditional- care and concern for a gurukul companion, who comes in the middle of the night, in tattered dhothi, wounds and blisters on feet, unbathed and full of dirt, sweat — amazing.
Krishna is great,
You are great in writing and releasing these books.
I am fortunate to read and get carried away.
Jai ho Guruji.
There are so many things to write about my experience on reading your books.
I will do leisurely, as I can’t stop reading.
Thanks. Namaste 🙏🏼🙏🏼
Shridhar

आदरणीय ईशान महेश जी!सादर प्रणाम,जय श्री राम। आपके भक्तिमय जीवन,ध्यान की ऊर्जा से भरे हुए व्यक्तित्व को देख कर किसी भी प्यासे को तृप्ति हो सकती है।बात उनदिनों की है जब मै सद्गुरु ओशो को बहुत सुनता था,उनके प्रति एक वीडियो मे आपने अपने उदगार प्रकट किये थे,तब से आपको सुनने लगा हूँ।मारुती नंदन श्री हनुमान जी प्रति आपका अगाध प्रेम,उनके साथ हुए आपके संवाद को सुनकर रोमांचित होजाता हुँ।सुंदरकांड का वांचन करते हुए कई बार आप भाव विभोर हो जाते हैं।आँखों मे अश्रुपात होते हैं।आप की इस महान भाव दशा को देख कर मुझे आंनद होता है।मेरे मंगल के भाव बनाये रखना जी।पुनः प्रणाम।
*जैन मुनि निर्मल जी*

I have started listening to your videos recently & have got addicted to them. Not only me but my husband has also got attracted to your videos. He says certain calmness and peace surrounds us when we listen to them. The way you explain the meaning of the shalokas… आपकी आवाज़ में जो ठहराव, सादगी और मधुरता है वो सीधा हृदय को स्पर्श करती है और फिर वहीं रुक जाती है। Thanks for these videos. My husband has been reading Hanuman Chalisa & Sundarkand since many many years but he was also unaware of the literal meaning of these wonderful hymns.
As for me I was listening to your latest video about Shri Ram Ji coming back to Ayodhya after 14 yrs & this took me to the summer of 2005
I had lost my first male child in 1993…he was born in 8th month. Before my marriage I never used to do daily prayers or visit temples . I was a young girl lost in my own world. One pandit ji had once predicted & suggested that I should do Shiv Aradhana and Monday fasts as he saw a Trishul on my left hand. I laughed it off saying I cannot get up early morning & I cannot remain Hungary as I am fond of eating…kark raashi…Jupiter evokes hunger. Then he said you mark my words that one day you will become a devout Shiv Bhakt. I never believed him. When I got married in 1992 , to my surprise my husband , an Army Officer , a Hanuman devotee, would keep Tuesday fasts ( he is keeping them till date) & read Hanuman Chalisa everyday. But I was still away from this and got pregnant. Lost my first child & it completely broke me. I was 25 yrs then. I had no answer to my question Why Me… and started looking for the answers through my janampatri…pandit ji told me to do Shiv Puja… immediately I got pregnant and my daughter was born. After her birth i continued keeping Monday fasts and visiting temples…my religious/ spiritual journey started from there…inshort when I tried conceiving for the second child it wasn’t happening and where haven’t i gone and kneeling down before God to give back my first child but not happening…the drs also lost hope and one day sitting in my drawing room I was crying and talking to God that why is He not listening to me… मेरे पहले बच्चे को गए 14 साल हो गए 14 साल में तो भगवान राम का वनवास भी खत्म हो गया था, मेरा क्यूं नहीं होता. मुझे मेरा बच्चा वापस क्यों नहीं देते भगवान। एंड दें i just said that I have cried enough today and अब आगे से मैं आपसे कुछ नहीं मांगूंगी…मंदिर जाऊंगी, पूजा भी करूंगी पर मांगूंगी कुछ नहीं…अपना बेटा भी नहीं। शायद आपको उसकी ज्यादा जरूरत है तो आप रखो अपने पास। And sir you won’t believe after just 1 week I came to know that I am pregnant. I literally cried and ran to the Dr ….with my medical condition she said once in a million it happens & it’s a miracle and now she will take for of this child. After 9 months I was blessed with a healthy baby boy… What to say …Sir later I wrote a poem on my interaction with God that day….sharing with you.

God Has His Own Way

One day while caught
in the midst of household chores
I sat down on a sofa
and had a word with God.

How much time you need
In listening to my heed
Of winding up my exile of fourteen?

Lord Rama’s was over
In as many years
How much more
Will I have to bear?

A sudden sensation
Crossed and shook me
When realization
Soon dawned upon me

Of a new ray
Fulfilling my being
This is how
Into my life you came

Your faint little cry
That day
Reassured my belief
‘God has His own way!’
🙏🙏🙏 I have had numerous such experiences in my life and now after I am listening to your videos…I find meaning and a connection in those experiences. Thankyou for enlightening us.
Would love to by your book वचन Looking forward to read that…

Warmest Regards

आदरणीय गुरु जी प्रणाम,

पिछले कुछ दिनों पहले एक दिन अचानक से यू ट्यूब पर आपका एक वीडियो देखा,तभी से आपसे ऐसी प्रेरणा मिली कि अब यू ट्यूब पर कोई और वीडियो न देखता हूं और न ही सुनता हूं। गुरु जी हाल के कुछ दिनों से मैं प्रत्येक मंगलवार को सुबह सुंदर काण्ड का सम्पूर्ण पाठ करना चालू किया हूं। मेरे अनुभव के अनुसार करीब तीस दोहे के बाद ऊबन और थकान सी होने लगती है लेकिन फिर भी पाठ पूरा ही करता हूं। तीस दोहे के बाद जो मेरी मनोस्थिति उत्पन्न होती है, उसके हिसाब से मुझे मानसिक संतुष्टि नहीं मिलती है और पाठ पूरा करने के बाद भी अधूरा सा लगता है। अतः आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इसका उपाय बताएं जिससे कि मैं संतुष्टि पा सकूं।

आपकी अति कृपा होगी।

Pranaam. Guru Dev ji gets thousands of WhatsApp messages. In those thousands mine will get lost. I know how eager every one will be, to get answers or seek guidance and comfort. You have put it so nicely that everything is happening spontaneously and with a divine touch. Can there be a life worthier than this? Blessed are his parents and blessed is your entire family for just making things happen spontaneously and with splashes and colours of divine hand. Reading his books makes me understand several matters, events and happenings. So I am seeking his guidance through his writings as my dilemmas get resolved and clarity emerges. “Krishna ek rahasya ” was a mesmerizing novel , touching sociology, governance, psychology, spirituality as well as deep human emotions of love, devotion, care and concern. Discussions between Sudamaa and Krishna were astounding, “aloukik gyan of Krishna “, juxtaposed with “shastreey gyan of Sudama”. I met key members of my family after a long gap, and narrated them this story. They listened to it so raptly as everything was new. I could feel the magic of Guruji. Happy that you take some time to read my long replies. Pranaam and thanks a lot

— Shridhar

गुरूजी रामबाण काव्य तो अकल्पनीय है। मै तो इस काव्य ग्रहण करते हुवे खुद को बुलजाता हु ना समय पता ना खुद का ….मेरा मन तो खुशी से फुल उठता है

राम राम ,राम बाण,सिय सुधि लाए आध्यात्मिक उपन्यास की तारीफ करने में , मैं असमर्थ हूं। पढ़ कर कई प्रश्नों के उत्तर स्वतः मिल गए।
आपको साधुवाद।🙏

मुझे परीक्षा एवं भरत की साधना चाहिए। कृपया राशि के सम्बन्ध में अवगत कराने का अनुरोध है।

आज एक high profile customer बैंक में आए थे l उनसे बातों बातों में मैंने पूछा कि ” Do you read books” ? जवाब में उन्होंने बताया कि उनके घर में उनकी खुद की एक लाइब्रेरी है जिसमें अलग अलग विषयों के करीब तीन हज़ार किताबें हैं l
वो खुद एक डॉक्टर हैं (surgeon) और परिवार में भी लगभग सभी doctor हैं l उनकी माताजी भी डॉक्टर थीं और उन्हें भी पढ़ने का बहुत शौक था l
उनका बैंक का Transaction पूरा करने के बाद मैंने उनसे पूछा ” would you mind if I gift you a novel” उन्होंने पूछा when do I need to return it? मैंने कहा it’s a gift so you need not return it. सुनकर बड़े खुश हुए l फिर मैंने उन्हें आपकी भेजी ” The Mystery of Krishna ” दी l
देखकर काफी खुश हुए और कहा कि not only me, my whole family will read this.

Namaskar Eeshaan Mahesh ji.

Myself Sandip aged 45 years, residing in Kolkata. Few days back while searching for the Hanuman Ji’s puja protocols over internet, I accidentally found one of your YouTube video. I was very much influenced by your speech and teachings. Then I had searched for your other videos specifically on Prabhu Sri Ram and Hanuman ji and also found your short biography. Your background and recent activities have immediately inspired me and I feel the presence of your every word during my puja and meditation. It helped me to concentrate more and think the positives only.

After working 15 years in corporate sectors I couldn’t bear the stress and anxiety anymore and I left my last job in Jan-23 in anticipation to do something of my own but nothing worked yet. Basically I am jobless now. Last few years of heavy stress, tension and uncontrolled lifestyle lead me to various medical conditions like Diabetes, High Lipid factors, High BP, lumbar spondolysis due to incorrect posture etc. But I am still hopeful and positive to get rid of all the problems with spiritual attachment.

In this connection, if you are kind enough to provide some space and allow me to meet you in person for a small interaction on my spiritual journey. I don’t know your place but guessing you are located in Delhi or nearby areas. I am planning for a trip somewhere in Himalayas during 3rd/4th week of April and enroute I can take your blessings and good wishes.

Only from 5 days i started watching you on YouTube so much emotions so much truth I am so inspired from your videos guru ji 😊

ऐसा लग रहा है सिर्फ 5 दिन मे आपके वीडियो देखने से कितना बदलाव आ गया। अचानक ईश्वर की कृपा से आपकी वीडियो आये ऐसा लग रहा है आप एक मार्ग दर्शक के रूप में आये हैं
🙏🏽

 

गुरुदेव के चरण कमलों को कोटि-कोटि प्रणाम| मैं अंकित, राजस्थान से लिख रहा हूं| गुरु जी, अब तक कई प्रकार के गुरु अथवा बाबा को देखा है सुना है पर आप जैसा सिद्ध गुरु सतगुरु हमने अपने जीवन में आज तक नहीं पाया| अभी सिर्फ 10-12 दिन ही हुए मुझे आपके रामचरितमानस के वीडियोस देखते हुए और आप द्वारा रचित रघुवंश नाथम प्रथम खंड ‘वचन’ के ताड़का वध अध्याय तक ही पढ़ा है ऐसा लगता है रोम रोम खिल चुका है कोई चाहे कुछ कहे पर हम पति-पत्नी के लिए अब हनुमान जी का स्वरूप है आप| नित्य प्रभात में आपके दर्शन की अभिलाषा होती है| आप को पढ़कर और सुनकर आप को दंडवत प्रणाम करने की अब सदैव इच्छा होती है| भूल बस कुछ गलत लिख दिया हो तो क्षमा करना 🙏👏🙇‍♂️🙇‍♀️

I am also reading the सिय सुधि लाए. It’s really awesome
I was totally engrossed especially when Hanuman ji searching Sita in lanka and description about lanka was amazing , never seen before like that . Thank you Ishan ji for presenting Ramayan in such a beautiful way. You are another version of Tulsidas ji
कोटिकोटि नमन🙏🙏🙏

Ji haan ye padhi h abhi tak mujhe the best lagi h ye . (Mujhe Krishna Chahiye)

sab achchi h magar isme kuch h jo dil dimaag ko hila deta h

aapki vayaakhya Guruji ne aisi ki h ki hum uss samya ko jiite h wahi pahuch jaate h . Uss samya ko mahsoos karte h . Koti koti naman h Guruji ko 🙏🙏🙇🏻‍♀️🙇🏻‍♀️

Dhanyavaad Guruji,

रात को सोने से पहले मैं विनय पत्रिका आपका व्याख्यान सुनती हूँ । कल रात coincidentally episode २३४ सुनी जिस मैं आपने बताया के राम जी कैसे मिलेंगे “ साधना से या फिर भक्ति से.”

हनुमान जी की कृपा और आपका आशीर्वाद रहे। आपसे भक्ति के विषय में बहुत सीखने को मिला है और मिल रहा है।
I thank you from the bottom of my heart for guiding me in my spiritual growth.

प्रणाम गुरुजी।
प्रशांति

धन्यवाद मानवश्रेष्ठ ,आज वचन की प्रति प्राप्त कर कृतार्थ हूँ ।साथ में तौलिया भी पाया है।हैरान भी हूँ मेरे हनुमान जी को पता है कि ‘सिया सुधि लाए’ ,बिना ढके ही पढ़ रही थी।अभिभूत हूँ, मान्यवर,अनुगृहीत हूँ और कृतज्ञ भी।कोटि कोटि प्रणाम। 🙏ऋषु सम्बयाल🙏

– Rishu

गुरु जी को मेरी राम राम 🙏🏻🙏🏻
गुरुजी बहुत दिनों से आपके मन के सवाल सुन रही हूँ और सुंदरकांड की व्याख्या भी जारी है ।मैंने वचन मँगवाई थी और सौभाग्य से आज मंगलवार के दिन ही प्राप्त हुई और इतनी जल्दी ये तो चमत्कार से कम नहीं उस पैकेट को खोलते वक़्त यही प्रार्थना कर रही थी की इसमें वचन ही हो और जैसे ही मैनेअपने हाथ मैं लिया फूट फूट कर रोने लगी नहीं पता क्यों
आपका बहुत बहुत आभार हमारे प्रश्नों को सरलता से समझाने के लिए 🙏🏻🙏🏻

Namastey Guruji….🙏🏻
Mai mafi chahati hu…..k Maine apna parichay nahi diya.
Ramji aur Hanuman Maharaj ji ke baato mai itane diwane huye hai ki sud budh hi nahi Rahi Mera parichay du ….
Aise laga ki Mai bahot saalo se janati hu aapko….roj Mai man hi man Mai aapse ghanto baate karti hu. apni saari kahani aapse share karati hu. aapke chhat waale mandir Mai baith ke….
Shrimati-Jyoti

गुरू जी 🙏
67 वर्ष की उम्र में अपने एक अभिन्न मित्र के सौजन्य से आपके बारे में सुना। उन्होंने जिस तरह से आपकी प्रशंसा की, उसके बाद मैं आपके बहुत सारे वीडियो देखे और देखकर आश्चर्यचकित और अभिभूत हो गया। अपने जीवन काल में अभी तक इस प्रकार की विवेचना न देखा और न सुना था। अभी तक अपने हृदय से किसी को भी अपना गुरु नहीं मान सका था, लेकिन आज मैं हृदय से आपको अपना गुरू स्वीकार करता हूँ, भले ही आप मुझे अपना शिष्य नहीं मानें, लेकिन मैं एकलव्य की तरह रहूँगा। किताबों के लिए मूल्य की व्यवस्था कर रहा हूँ और जल्दी ही कुछ किताबें मँगवाउँगा… 🙏🙏🙏

🙏 🙏 🙏 🙏
आपका,
रमा कान्

राम राम गुरुजी👏
गुरुजी मेरा नाम ज्योति है, मैं 25 वर्ष की हूं और मैं दिल्ली में रहती हूं।
गुरुजी मैं भगवान राम की सेविका के लायक भी नहीं हूं। लेकिन आपके वीडियो में आपने बहुत बार कहा है कि वही राम जी की तरफ बढ़ सकता है जिसकी तरफ श्री हरि स्वयं देखते हैं। गुरुजी मुझे ऐसा लगता है की भगवान राम को मैं पहले भी मानती थी, रामचरितमानस भी पढ़ती थी लेकिन अब कुछ अलग सी भावना जागृत हुई है और ये आपके रामचरितमानस की व्याख्या को सुनकर ही हुआ है। गुरुजी एक दिन अचानक यूट्यूब पर आपका वीडियो दिख गया और मुझे पूरा विश्वास है कि रामजी ने ही मुझे आप तक पहुंचाया है।
गुरुजी आप जिस माया का जिक्र करते हैं मुझे उससे बहुत डर लगता है। गुरुजी मुझे वो माया दिखाई भी देती है मुझे समझ में भी आता है।
गुरुजी रामजी के प्रति मेरी भक्ति छड़िक ना हो मैं उनको कभी न भूलूं और दिन प्रतिदिन रामजी के चरणों में प्रेम हो 👏गुरुजी आप मेरा मार्गदर्शन करें, कोई साधना बताएं। गुरुजी संदेश बहुत बड़ा हो गया है इसके लिए क्षमा चाहती हू। गुरुजी आप बताते हैं की आपके पास हजारों संदेश आते हैं। मुझे भी विश्वास है कि आप मेरी तरफ भी नजर डालेंगे।
गुरुजी आपके व्याखान को सुनकर मैं रोती भी हूं।
मैं जानना चाहती हूं क्या हो रहा है मेरे साथ। गुरुजी मेरे आस पास कोई ऐसा नही है जिससे मैं कुछ पूछ सकूं।
जय श्री राम
जय हनुमान
प्रणाम गुरुजी👏

प्रणाम सिद्ध गुरू जी आज आपने सही मार्ग टिखा दिया की हनुमान चालीसा जैसी है वैसे पढे मेरे मन मे भी बहुत चिन्ता प्रकट हुई थी की कही जो आज तक हम हनुमान चालीसा पढ रहे थे वो गलत थी इसी बात से परेशान होकर हमारा मन बहुत दुखी हुआ था और कुछ समय के लिए पूजा पाठ भी छूट गई मन डर बैठ गया था की अब पता वीर हनुमान जी हमे क्या सजा देगे लेकिन आज आपने पाप कर्म से बचा लिया।
● तेजपाल

प्रणाम गुरु जी,
मेरा नाम विभा है मैने कुछ समय पहले हनुमान जी की जयंती पर आपका प्रवचन सुने और सुन कर मुझे मेरे सभी प्रशनो का उत्तर मिल गया. अपने उस दिन दो शिष्यों की कथा सुनाई थी जो एक राजा के बाग में गए थे, एक शिषय ने तो सभी फल खाये और एक सिर्फ जानकारी इकठ्ठी करता रहा | मै उस दूसरे शिष्य की तरह हूँ जिसने कई संतो को सुना और सिर्फ जानकारी ही एकत्र की और असली फल चखे ही नही| और सिर्फ जानकारी का अभिमान हो गया और फिर सोचने लगी कि मै तो बहुत भक्ति करती हूँ मै गलत हो ही नही सकती और जब होश आया तो समझ ही नही पाई कि मैने ये कैसे और क्यों किया. अब असली भक्ति करना चाहती हूँ| कृपया मार्ग दर्शन करे|

गुरुवर हमने आपका वीडियो रोज देखते है और देखते देखते कही अलग सी दुनिया मे खो जाते जबतक आपका वीडियो नहीं देखते तबतक मन आपके तरफ खींचता है,, और गुरुवर आप हमें मार्ग दर्शन करे 🙏🏻🙏🏻
विवेक UP

गुरुदेव प्रणाम आपके द्वारा भेजा गया वचन का पहला अध्याय पढ़ा श्रवण कुमार की हत्या।
रामबाण मैंने पहले ही पढ़ लिया है जब मैं पढ़ता हूं तो हर लाइन में हर शब्द में आपका ही स्वर सुनाई देता है जैसे आप बोल रहे हैं और मैं सुन रहा हूं आज माता जी से आपकी चर्चा कर रहा था आप का वीडियो दिखाया तो माताजी कह रही थी कि हनुमान जी हैं।
वैसे गुरुदेव सारी गति तो आप जी तक ही है वैसे समस्त उपादान एक बहाना मात्र हैं आप जी ही राम हैं और आप ही हनुमान जी हैं मेरे हृदय के मौन प्रणाम को आप जी स्वीकार करें🪷🙏

प्रथम दृष्टया तो इनको देखकर मुझे डर लगता है और आपको देखकर ऐसा लगता है जैसे जन्मों जन्मों का नाता हो आप मेरे कोई अपने हो मेरे कोई खास हो।
आपका चेहरा देख कर के मेरे अंदर हृदय तक भयभीत होता चला जाता हूं। मैंने आपको ऐसे ही अंतर्यामी नहीं कहा गुरुदेव आप मन की प्रत्येक दशा को भक्तों को बिना देखे ही पढ़ लेते हैं मुझे तो आपने अच्छी तरह से पढ़ा है। आपने अपना *वचन* आध्यात्मिक उपन्यास दे करके आपने मुझ पर बहुत उपकार किया है। इधर मेरे मन में यह भाव चल रहा था कि आप जी के साथ हरिद्वार या जो भी तपस्या स्थल है वहां पर चलूं और इधर आपने मुझे संदेश भेज दिया मेरे मन में क्या चल रहा था आपने सहज ही जान लिया। मैं पहले दिन से ही जब से आपसे जुड़ा हूं आपके ही दर्शन की बात कर रहा हूं लेकिन इस बात को आप अनसुनी कर देते हैं जैसे आपने उसको सुना ही नहीं। अभी तक मैंने बहुत कुछ कर लिया बहुत पढ़ लिया बहुत गुरु कर लिए अब आपकी कृपा की आवश्यकता है।

गुरुदेव प्रणाम
आपका ही वीडियो दिन रात देख रहा हूं चैन ही नहीं आता है और मन भी नही भारता पता नहीं मुझे क्या हो गया जब से आपकी वीडियो देखा हूं मैं सब भूल गया हूं मैं कुछ करने का मन नहीं करता है बस यही आपका वीडियो ही लक्ष्य 20 मई से छुट्टी होने वाली अब कहां जाऊं सोच रहा हूं कि 1 महीने कहीं तपस्या के लिए जाऊं घर जाने का मन नहीं कर रहा है कहां जाऊं यह भी नहीं समझ में आ रहा।
इतनी रात हो गई है लेकिन चैन नहीं आपका वीडियो ही देख रहा हूं।

Pranam Guruji 🙏 Apko naman
Mera name Diksha hai..thode time phle mere Guru Shri Hanuman ji ki kripa se apka channel dikha aur apko sunti hu. Bahut santi milti hai jeevan ka sbse bekar phase chalra hai, bahut takleef hai lekin apke videos sahara dete hai

नमस्कार
मतलब पुस्तक की कहानी तो वही है जो हम हमेशा से सुनते आ रहे हैं। लेकिन जब मैंने इस पुस्तक को पढ़ा तो मुझे ऐसा लगा कि सब कुछ मेरे सामने घट रहा है या ऐसा कह सकता हूं कि मैं वही उपस्थित हूं। अब मेरा मन आगे के भागो को पढ़ने की इच्छा रखता है। जैसे ही मेरे पास व्यवस्था होगी मैं आगे के उपन्यास आपसे प्राप्त करूंगा। धन्यवाद

Respected Guruji
Pranaam

I know, you are shining Sun of Adhyatm of this earth. I do not consider myself more than a small star on this earth. And every star gains light from the Sun, since more than one year, I am watching your Videos almost regularly and having your Darshan through your Videos and also trying to try to understand your preaches through videos and Man ke Swaal which are very informative and eye opener.

I am thankful of Ram ji and Hanumaan ji of finding you on YouTube among so many and are regularly enlightened by your precious words which are not less than an Epic.

However, in expectation of meeting you, I have brought Ram Darbar etc. for your Pious Mandir, I hope you will oblige me by accepting the same, as love of Token from me. I will send you these through courier. I will be grateful for the same.

Further, I am also wish to have few books order of which will be placed tomorrow morning after going the details of the books and payment will be made online through Google Payafter calculating the amount. Further, if you can please 4/5 English books for my Grand Daughter, as mentioned in my earlier message.

Hope with Ram Ji and Hanumaan ji blessings, we can meet after my return from US sometimes after November.

Further, I want to know from you Dhyanvidhi and please send any specific Videos of it.
After return from US I will request you to allow me to attend your Dhyan Sheevir, if held nearby, as was informed earlier at your Rishikesh / Doiwala Ashram.

Kindly shower your blessings on me and my family ever.

With kind regards and Pranaam.

मैंने आपके वचन और कृष्ण मुझे चाहिए दो उपन्यास पढ़े इतने चमत्कारी है की क्या बोलूं वाक्य नहीं है मेरे पास श्री राम जी वाला उपन्यास को तो ठीक है पर प्रभु श्री कृष्ण जी के उपन्यास को तो पड़ती समय खुद को संभाल पाना मुस्कील है ऐसे खोई की खोई रह गई प्रभु सामने ही हो ऐसा प्रतीत होता है जय हो गुरु जी जय हो आपके मां जी पिता जी जिन्होंने आपको जन्म दिया 🌹🙏🙏🙏🙏

गुरुदेव प्रणाम
अभी तो मैं अनिर्वचनीय स्थिति में हूं क्योंकि आपके उपन्यास को पढ़कर के लगता है यह कोई कैसे लिख सकता है पूरा का पूरा चित्र पूरा का पूरा घटनाक्रम एकदम यथार्थ के धरातल पर कहीं भी बनावट नहीं, कहीं कल्पना नहीं; यह तो हनुमान जी लिखवा रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं;क्योंकि यह किसी मनुष्य के बस की बात नहीं है। अगर कुछ गलत कह रहा हूं तो क्षमा कीजिएगा। मुझे तो यही लगता है कि यह मनुष्य के बस की बात नहीं।

श्री ईशान महेश जी के लिए message:
🙏🏼

राम राम

हाल ही में आपके youtube channel के जरिये आपके बारे में जानना हुआ🙏🏼
पिछले कुछ 2-4 ही दिनों में आपके अनेको videos देखे। एक के बाद एक।

विनयपत्रिका, रामचरितमानस, मन के सवाल, ऒर अन्य, के कुछ अंश सूने।

आपके आध्यात्मिक वचन, विश्लेषण और विचारधारा से एक विशेष attraction और रुचि का अनुभव कर रहा हु।

मेरी आध्यात्म , प्रकृति, भक्ति, नाम जप के प्रति अब तक कि समझ और अनुभव के साथ आपकी विचारधारा को बहुत ही निकट feel करता हु।

अनेको सवालों के सटीक, अतुलनीय जवाब है आपके सभी videos में।

आपका धन्यवाद, आभार प्रकट करता हु।

आपके कोई online ध्यान , आध्यात्म के group है तो जुड़ना चाहूंगा। 🙏🏼

जय श्री राम।

आपका *सन्यास* का ये explanation अतुल्नीय है।
इस एक ही परिभाषा में जीवन को जीने की सम्पूर्ण कला निहित है।

*सन्यास*
समान रूप से जिसका न्यास हुआ हो
या समान रूप से जिसका श्रृंगार हुआ हो।

यह तभी हो सकता है जब *दोनों पंख* लगा कर मनुष्य उड़े,
*संसार का* भी और *परमात्मा / आध्यात्म का* भी

🙏🏼

Among Various other Devotional techniques , Spiritual practices …I have observed or followed in past few months…

Habit of chanting God s Name (RAM) daily, morning till night has been most influential & miraculous in my daily life !!

Today your videos have added, more learnings and improvements on these practices of mine !

🙏🏼 Aabhar.

Meine रामबाण book poori padh li… Mujhe aisa laga jaise khud hanuman ji ne hi likhi hai.. Unke man ke vichaar ke baare me kisi aur ko kaise pata ho sakta tha..

Deepali

my self bm, me and my wife suffered from depression and than we order your book and watch your videos daily and it is amazing

प्रणाम गुरुजी।

आजकल मै आपकी लिखी पुस्तक “वचन ” पढ़ रही हूँ जो कि अब कुछ ही पृष्ठ शेष हैं । इसे पढ़ते-पढ़ते मैं इसमें खो जाती हूँ। मुझे इसमे वो अध्याय बहुत प्रभावित किया जब श्रीराम और लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के साथ-साथ पैदल वन मार्ग से होकर जाते हैं । मार्ग मे॔
भगवान जी राक्षसी ताड़का का वध करते हैं तथा माता अहिल्या का उद्धार करते है॔।
गुरुजी ये पुस्तक अब समापन की ओर है , तो फिर मेरे लिए आगे क्या आदेश है ? 🙏🙏🙏चरण स्पर्श गुरुजी।

अर्चना

प्रणाम गुरुजी 🙏🙏🙏 मै संगीता Maharashtra , पुणे से बात कर रही हु अभी अभी मैने आज का आपका वीडियो सुना और तुरंत ही अंदर से प्रेरणा आई की Rambaan उपन्यास मंगवाई Anahat भैया से कहकर मैने पहले भी वचन मंगवाई और पढ़ भी रही हु आज तो अहिल्या का प्रसंग सुनकर बहुत रोना आया… तभी aapka विडियो upload हउआ नयी film Aadipurush ko lekar किए गए सवालो पर मै परेशां हो गयी थी फिल्म को लेकर पर आपको सुनकर सारे सवालो क जवाब मिल गये aur Rambaan k बआरे मे आपने कहा तो मैने तुरंत ही बुक मंगवा ली 🙏🙏🙏 आपका आशीर्वाद डिजिये गुरुजी मेरे बच्चो को और पुरे परिवार को 🙏🏻
शुभ रात्री गुरुजी 💐🙏

Maine toh bas ek book mangi thi aapne 3 bheji?

Book jab se haath aaya niche rakha nahi ja raha

So far I can say that it’s not an ordinary novel

Novel bas naam ka hai it’s actually a time machine

If anyone really reads carefully and have even slight knowledge of spirituality and yoga will realize that this book mujhe krishna chahiye is filled with mystical magic

Techniques of meditation known only to yogis

गुरू जी 🙏
“परीक्षा” के पृष्ठ 37 से 46 तक माधो और भानुमल्ल की वार्ता पढ़कर मेरी आँखों में बरबस आँसू भर आए 😭
सच में जिसपर श्रीराम की कृपा हो जाती है उसपर सारा संसार अपनी कृपा उड़ेल देता है…
इन बातों को श्री हनुमान जी के अलावा और कोई भी आपको नहीं बता सकता 🙏
रमाकांत,

आदरणीय प्रभु आपको मेरा सादर प्रणाम
मेरी मनोकामना है कि में आपका ग्रन्थ गा गा कर सुनाऊ।
सनातन धर्म का नाम ऊँचा करू। मेरा जीवन इसी काम मे समर्पित है।
मेने मेरे जीवन की डोर मेरे प्रभु मेरे गुरुदेव बालाजी महाराज को सौप रखी है।
ये नाव ये पतवार उन्हीं के हाथ में है। अब चाहे तो मुझे उस पार ले जाये या बीच मजधार में डुबो दे मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता।
मेरे जीवन की डोर प्रभु के के हाथ में है।
मेने सम्पूर्ण समर्पण कर दिया है।
कई वर्षों से में पाठ कर रहा हूँ।
मेरे प्रभु ने मुझे कभी भी निराश नहीं किया।
मुझे पता है आगे भी मेरी सहायता करेंगे।
मुझे कोई चिंता नहीं है।
मेरी चिंता प्रभु के श्री चरणों मे समर्पित है।
जय सियाराम
जय बालाजी महाराज की
आपकी जय हो
आपके वीडियो देखने के बाद मेरे जीवन मे बहुत बदलाव हुए हैं।
में व्याख्या नही कर सकता।
आपको दण्डवत प्रणाम।
जय श्री राम
मुझे तो आपके अंदर भी बालाजी के दर्शन होते हैं।
में खो जाता हूँ जब आपके वीडियो देखता हूँ

प्रणाम गुरू देव जी हर हर महादेव
समय से पहले कोई कैसे आ सकता है दाऊ? कृष्ण ने बलराम के हाथों से कड़छी ले ली और उसे अपने हाथों से चलाने लगे।
हृदय को छू कर निकल रहे है ये शब्द गुरू जी।
अलौकिक सौंदर्य से परिपूर्ण हैं आपका यह कृष्ण एक रहस्य

वचन पढ़ा।
पढ़ने में और पढ़ने के बाद लगा कि निश्चित ही राम जी की कृपा मेरे ऊपर है तभी ये पुस्तक मुझे पढ़ने को मिली.
आपका जितना धन्यवाद करूं कम है।
आप महान कार्य कर रहे हैं।🙏

I have no words to explain how much your explanation has changed my life….. Thank you for everything…

गुरूदेव 🙏
आपके उपन्यासों को पढ़ने के बाद अपने भीतर जो अनुभूति हो रही है, उसे शब्दों में व्यक्त करना अत्यंत कठिन है. हाँ, थोड़ी देर से इन अनमोल पुस्तकों के बारे में जानकारी मिली. हो सकता है, यही समय मेरे लिए श्री हनुमान जी दिए हों 🙏🙏
Rama

आपके सारे ” मन के भाव” व्याख्या सुन कर ऐसा जान पड़ता है कि आप वही साधु सत्जनहैं। जिनके बारे में कबीर जी ने लिखा है—
सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय।
और सार में भी कोरा सत्य!

प्रणाम है आपको,, जय सिया राम🙏🏻

“वचन” पुस्तक़ पढ़ने का सौभाग्य मिला ।ऐसे लगा
जैसे प्रभु राम से जुड़ें हरेक प्रसंगों का साक्षात् दर्शन हुआ । गुरु श्री ईशान महेशजी को बहुत् बहोत बधाई। मैं हूँ श्रीमती निर्मला कंधारी । मेरी उम्र ७२ साल है । जीवन के इस आखरी पड़ाव में बहोत कुछ हांसिल करना चाहती हूँ । आप मार्गदर्शन करे। हनुमांज़ी की बहुत बड़ी bhakt हूँ । आगे बताए कौनसी पुस्तक़ का अध्ययन करूँ ।🙏🙏

राम राम गुरूजी 🙏🙏
वचन पुस्तक पढ़ती हूं, बहुत आनंद मिलता है जब रामजी के प्रसंगों का वर्णन आता है. रामजी का लक्ष्मण जी को छेड़ देना. सीताजी का राम को पहली बार देखना सच में मन करता है बस राम के बारे में और कितना जान ले और कितना उनके भीतर की करुणा को महसूस कर ले. मन भर आता है रामजी को याद करते हुए. आपको बहुत धन्यवाद है.
शीतल

Guru ji nameste guruji aap jaisa insaan pure utube par nhi h jisne intni gyaan ki baatein batayi h aap ne jo Ram ki bakhti ka marg dikhaya hai shayad hi or koi bta paye aap ka har episode Mai sunti hu or bas esa lagta h bas aap k mukh se Ram ki baatein sunti hi rhu aap ki har baat ek anmol hire k saman h aapne guruji itni gyaan ki baatein batayi hai ki Mai logo ko aap k or Ram k baare mein hi baat karti rhti hu guru ji bas ab to har taraf ram hi ram h bas aap ki jitni bhi tarif ki Jay Kam h aap jaisa guru milna muskil h koi galti ho gyi ho to maaf karna guruji aapka bahut bahut dhanyawad
अपर्णा